रांची (RANCHI) - राज्य में कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट सेंटोरस की पहचान हुई है. रांची स्थित रिम्स अस्पताल में किए गए जीनोम सिक्वेंसिंग में 60प्रतिशत मामले सेंटोरस वायरस के मिले. 

कोरोना तेजी से म्यूटेंट कर रहा है

रिम्स मैनेजमेंट के तरफ से रिपोर्ट जारी कर यह जानकारी साझा की गई है,. पिछले तीन दिनों तक राज्य के कई लैब से 192सैंपल की जांच करने के बाद 180 के रिपोर्ट जारी किए गए. सेंटोरस वायरल ओमिक्रोन के बीए _4 का रूप है. जीनोम सीक्वेंसिंग से यह भी पता चला है कि कोरोना तेजी से म्यूटेंट कर रहा है.


17 अगस्त तक 413 हो गई

फिलहाल देश में इस वैरिएंट से संक्रमण के चौथे लहर की संभावना प्रबल जताई जा रही है. जिस सैंपल की रिम्स में जांच हुई उस सैंपल जून और जुलाई के अंतिम सप्ताह में ली गई थी. एक्टिव केस बढ़कर लगभग 1200 हो गए थे. लेकिन तेजी से मरीज स्वस्थ भी हो रहे थे. इससे एक्टिव केस की संख्या घटकर 17 अगस्त तक 413 हो गई. वर्तमान में 40 से 60 केस ही प्रतिदिन मिल रहे हैं. कमोबेश इतने मरीज प्रतिदिन स्वस्थ भी हो रहे हैं.


बढ़ते संक्रमण का बड़ा कारक यह वैरिएंट 

10दिन  पूर्व राज्य के कोरोना संक्रमण के आंकड़े को देखा जाय तो इस वैरिएंट को ज्यादा कारक मानने से इन्कार नहीं किया जा सकता.

कहां से कितने सैंपल भेजे गए 

147 सैंपल जमशेदपुर से रिम्स भेजे गए थे. हजारीबाग के 17सैंपल और रांची से 28सैंपल जांच के लिय रिम्स लाया गया था. निदेशक का कहना है कि राज्य में जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच शुरु होने से संक्रामण से बचाव के लिए रणनीति बनाने में मदद मिल रही है.

डेल्टा वैरिएंट की नहीं हुई पुष्टि 

जीनोम सिक्वेंसिंग रिम्स के द्वारा दूसरी बार करने के बाद डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है. बल्कि जब पहली बार जीनोम सीक्वेंसिंग रिम्स में की गई थीं , उस दौरान कुछ सैंपल में डेल्टा वायरस का वैरियंट मिला था. जानकारी के लिए बता दें कि डेल्टा वैरिएंट दुनिया में आतंक मचाया था. अस्पतालों में भी जगह नहीं मिल रही थी, संक्रमितों को इलाज के अभाव में जान गंवाना पड़ा था. 

किस लैब से भेजे गए थे कितने सैंपल

1.रिम्स, रांची : 23

2.एडवांस डायग्नोस्टिक, जमशेदपुर: 13

3.शेख भिखारी मेडिकल कालेज, हजारीबाग: 12
4.सोना डायग्नोस्टिक, रांची: 05

5.श्री महावीर हास्पिटल, हजारीबाग: 05

6.टाटा मेन हास्पिटल, जमशेदपुर: 97
7.टाटा मोटर्स हास्पिटल, जमशेदपुर: 37