टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : रांची, धनबाद, टाटानगर और चक्रधरपुर में रेलवे की ओर से नया कोचिंग डिपो बनाया जाएगा. इस बात की जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के ओएसडी वेदप्रकाश की ओर से दी गई है. हजारीबाग के रहनेवाले वेदप्रकाश ने बताया कि झारखंड में रेलवे का नेटवर्क लगातार बढ़ रहा है. झारखंड को रेल बजट में सात हजार 306 करोड़ की राशि विकास के लिए दी गई है. इसके अलावा झारखंड के रांची धनबाद, टाटानगर और चक्रधरपुर में कोचिंग डिपो का निर्माण भी कराया जाएगा. इसके लिए एक हजार 107 करोड़ की राशि आवंटित की गई है. केंद्रीय रेलमंत्री के ओएसडी वेदप्रकाश ने बताया कि 2014 के बाद 11 साल में झारखंड में 10 हजार 311 किलोमीटर रेललाइन का निर्माण 2024 तक किया जा चुका है. पर्यावरण के क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 100 प्रतिशत बिजली से संचालित इंजनों के जरिए परिचालन शुरू कर दिया गया है. डीजल इंजन को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है.

आपको बताते चलें कि बिजली से चलने वाले इंजनों की शुरुआत वर्ष 1879 ई. में जर्मनी से हुई और भारत में 46 वर्ष के बाद 1925 में पहली बार इस सुविधा की शुरुआत हुई. उन्होंने बताया कि झारखंड में 34 प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. वहीं झारखंड के 57 स्टेशनों को अमृत भारत के रूप में चयनित किया गया है. राज्य की राजधानी रांची और हटिया जंक्शन के अलावा 56 स्टेशनों में काम चल रहा है. ओएसडी वेद प्रकाश ने बताया कि टाटानगर स्टेशन का कायाकल्प 348 करोड़ में होगा, जिसका टेंडर नौ अप्रैल को होगा. इसके अलावा रांची में 444 करोड़ और हटिया स्टेशन 355 करोड़ में विकास का कार्य किया जा रहा है. धनबाद से सोननगर 291 किलोमीटर की तीसरी लाइन बनाने के लिए पांच हजार करोड़ व सोननगर से अंडाल फ्रेट कॉरिडोर 749 किलोमीटर के लिए 12 हजार करोड़ की राशि खर्च की जा रही है.

झारखंड के हजारीबाग में ट्रेनों की रिपेयरिंग का सेंटर का भी निर्माण शुरू हो गया है. हजारीबाग टाउन स्टेशन में अगले दो वर्ष में रिपेयरिंग सेंटर शुरू हो जाएगा और यहां से कोडरमा होकर देशभर के विभिन्न राज्यों में ट्रेनों का परिचालन भी शुरू किया जाएगा. साउथ के लिए भी ट्रेन सुविधा यहां से सीधी मिलने लगेगी. रिपेयरिंग सेंटर का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमशेदपुर से छह माह पूर्व ऑनलाइन किया था और इसमें लगभग 42 करोड़ रुपए की राशि खर्च हो रही है.