लिट्टीपाड़ा(Litipara):-लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत जामजोड़ी पंचायत के सिमलजोड़ी गाँव में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जन चौपाल कार्यक्रम में भाग लिया. हज़ारों की संख्या में उमड़े लोगों के बीच रघुवर दास ने आमजन की समस्याएं सुनीं और एक-एक शिकायत पर गंभीरता से बात की.

हेमंत सरकार पर बरसे रघुवर दास

जनता के बीच खड़े होकर उन्होंने मौजूदा हेमंत सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि अगर पेसा कानून लागू नहीं होगा, तो आदिवासी अस्तित्व भी खतरे में पड़ जाएगा. एक आदिवासी मुख्यमंत्री होकर भी अगर सरकार पेसा कानून लागू करने से भाग रही है, तो उसे आदिवासियों का हितैषी कहने का कोई हक नहीं है.पूर्व मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि 2018 में उनके कार्यकाल के दौरान ही पेसा कानून लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी, लेकिन 2019 के चुनाव के बाद जनादेश नहीं मिलने से उस पर विराम लग गया. उन्होंने दोहराया कि अब समय है, जब आदिवासी समाज को खुद जागकर अपने हक के लिए आवाज़ बुलंद करनी होगी.उन्होंने ये भी कहा यह सरकार सिर्फ अपना मतपेटी भरती है, और आपको मौत की पेटी में छोड़ देती है. आने वाले समय में सोच-समझकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें.

जल संकट पर जताई चिंता

जल संकट पर चिंता जताते हुए रघुवर दास ने कहा कि झारखंड का एकमात्र विधानसभा क्षेत्र लिट्टीपाड़ा है,जहां 2017 में 217 करोड़ रुपये की जलापूर्ति योजना स्वीकृत की गई थी, ताकि हमारी बहनों को तीन-चार किलोमीटर दूर से पानी ना लाना पड़े. लेकिन आज तक वह योजना अधूरी है. यह सरकार सिर्फ योजनाओं को ठप करने का काम करती है, ना कि जनहित में उन्हें पूरा करने का.रघुवर दास के इस जन चौपाल में शामिल आदिवासी समुदाय के चेहरे पर उम्मीद की झलक दिखी. उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि अब समय है एकजुट होकर अपने अधिकार की लड़ाई लड़ने का, क्योंकि यदि आप नहीं जागेंगे, तो आने वाली पीढ़ियां आपसे सवाल करेंगी.

इस मौके पर भाजपा पाकुड़ ज़िला अध्यक्ष अमृत पांडेय, दुमका जिला अध्यक्ष रामनिवास मंडल, भाजपा नेत्री मिस्फीका हसन, भाजपा महिला मोर्चा नेत्री अनीता मुर्मू, हिरणपुर प्रखंड अध्यक्ष सुकुमार मंडल तथा तिरियो संस्थ के सचिव साहेब हांसदा कार्यक्रम में विशेष रूप से शामिल हुए. इनके साथ तिरियो संस्था के दर्जनों कार्यकर्ता एवं प्रतिनिधि भी मौजूद थे, जिन्होंने कार्यक्रम की व्यवस्थाओं में सक्रिय भागीदारी निभाई.

रिपोर्ट- नंदकिशोर मंडल