रांची(RANCHI): झारखंड में पुलिस एक्शन मोड में है. अपराध और हिंसा करने वालों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई कर रही है कि कोई भी दोबारा हिंसा करने से पहले हजार बार सोचेगा. उत्तर प्रदेश से जिस तरह की तस्वीर सामने आ रही थी, झारखंड पुलिस भी उसी राह पर आगे बढ़ गई है. पहले अमन साहू का एनकाउंटर और अब हिंसा करने वाले की दुकान पर बुलडोजर चला दिया गया है. इसके जरिए पुलिस अपनी गिरती साख को बचाने की कोशिश कर रही है. अपराधियों में खत्म हो रहा डर फिर से कायम किया जा सके, और बेहतर कानून व्यवस्था कायम की जा सके.

जानिए क्या है पूरा मामला

15 मार्च होली का दिन था, हर तरफ रंग-गुलाल उड़ रहे थे. लोग एक-दूसरे को बधाई देने में व्यस्त थे. लेकिन अचानक रांची के नामकुम में युवकों के दो गुटों में मारपीट हो गई. बताया जा रहा है कि किसी बात को लेकर कहासुनी हुई. फिर उनमें से कुछ वापस उसी बस्ती में चले गए जहां मारपीट शुरू हुई थी. इसके बाद दोनों तरफ से जमकर लाठियां चलीं. एक-दूसरे के खून के प्यासे होकर लड़ते रहे. इसमें एक व्यक्ति की जान भी चली गई. कई गंभीर रूप से घायल हैं. इस मामले में नामकुम थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. अब तक 18 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है.

पुलिस मुख्यालय डीएसपी वन अमर कांत पांडेय ने बताया कि 14 तारीख को शराब पीने को लेकर विवाद शुरू हुआ था. इसके बाद 15 मार्च को जोरार बस्ती के बुजुर्ग बातचीत के लिए पहुंचे. फिर मामला बढ़ गया और लाठी-डंडे, ईंट-पत्थर चलने लगे. इसमें कई लोग घायल हो गये. इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गयी. उन्होंने कहा कि रांची में जो भी व्यक्ति हिंसा या आपराधिक कृत्य करेगा, उसकी संपत्ति, मकान और दुकान को नुकसान पहुंचाया जायेगा. जो भी हिंसा करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. किसी भी कीमत पर बक्सों को बख्शा नहीं जायेगा.

रेलवे की जमीन पर बनी थी दुकान-डीएसपी

उन्होंने कहा कि नामकुम में जिस जगह दुकान तोड़ी गयी है, वहां अवैध रूप से निर्माण किया गया था. दुकान रेलवे की जमीन पर बनायी गयी थी और इसी जगह से आपराधिक कृत्य करने की योजना बनायी गयी थी. इस घटना में जिस व्यक्ति की दुकान पर बुलडोजर चलाया गया, उससे भी जानने का प्रयास किया गया. आखिर मामला क्या है. इस पर मलबे से अपना सामान निकाल रहे लोगों ने बताया कि वे किराए की दुकान में रहते थे. विवाद किससे हुआ और इसका भुगतान उन्होंने किया है. दुकान टूटने पर उनका सारा सामान नष्ट हो गया. करीब 4 से 5 लाख का नुकसान हुआ है. पुलिस ने कोई समय नहीं दिया, अचानक आई और बुलडोजर चला दिया.

रिपोर्ट-समीर