दुमका (DUMKA): झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था समय-समय पर समाचार पत्रों की सुर्खियां बनते रही हैं. खासकर झारखंड की उपराजधानी दुमका की बात करें तो यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था पर समय-समय पर सवाल उठते रहे हैं. फिर यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था सवालों के घेरे में है. ताज़ा मामला दुमका जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र का है. यहां के रहने वाले पूरण केवट की कल सड़क हादसे में मौत हो गई. शव को पोस्टमार्टम के लिए फूलोझानो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल भेजा गया. पोस्टमार्टम के बाद जब शव परिजनों को सौंपा गया तो शव किसी और का निकला.
क्या है मामला
दरअसल दुमका जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दुधानी केवट पाड़ा के रहने वाले पूरण केवट कि कल सड़क हादसे में मौत हो गई. विजयपुर के समीप ऑटो और बाइक की टक्कर में पूरन की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. परिजन शव को लेकर घर पहुंचे. इसी बीच पुलिस को इसकी जानकारी मिली और पुलिस उनके घर पहुंच कर शव का पोस्टमार्टम कराने का निवेदन किया. पुलिस के अनुरोध पर परिजन आज शव लेकर दुमका के फूलोझानो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पोस्टमार्टम कराने पहुंचे. 3 घंटे की लंबी प्रक्रिया के बाद पोस्टमार्टम का काम समाप्त हो गया तो प्लास्टिक में लपेटा शव परिजनों को सौंप दिया गया. परिजन भी शव लेकर घर चले गए और वहां से श्मसान घाट पहुंच गए. श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार करने के लिए जब शव से प्लास्टिक को हटाया गया तो परिजन यह देखकर दंग रह गए. शव पूरन का नहीं किसी और का था. परिजन भागे भागे पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और पूरण के शव की मांग करने लगे, लेकिन तब तक पोस्टमार्टम हाउस से कई शव उनके परिजनों को सौंपा जा चुका था. अब स्वास्थ्य विभाग के कर्मी यह समझ नहीं पा रहे हैं कि पूरन का शव कहां गया. परिजन पूरण के शव के इंतजार में पोस्टमार्टम हाउस के बाहर बैठे हुए हैं. विभाग ने सभी शव ले जाने वाले परिजनों को इसकी सूचना दी. फिलहाल पूरन का शव दुमका नहीं पहुंचा है.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका

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