रांची(RANCHI): पति-पत्नी के विवाद में परिवार ख़त्म कैसे होता है. इसकी तस्वीर रांची में देखने को मिली. जहां दो मासूम बच्चों की भी ज़िन्दगी ख़त्म हो गई. मामला इतना सा था की पति और पत्नी के बीच कुछ बात हो लेकर विवाद चल रहा था. मामला कोर्ट तक पहुंचा. हमेशा कुछ ना कुछ बात को लेकर दोनों के बिच नोंकझोंक होती रहती थी. यही वजह है कि पति ब्रजेश परिवार के साथ नहीं रहते थे. लेकिन बीच-बीच में बच्चों को देखने फ्लैट के नीचे जरूर पहुँचते थे.
इस बीच जब शनिवार की रात पिता ब्रजेश सिंह बच्चों के लिए चॉकलेट लेकर जगरनाथपुर थाना क्षेत्र के लटमा स्थित नागेश्वर एन्क्लेव पहुंचे. फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. उनके कमरे का दरवाजा खटखटाया किसी ने नहीं खोला.आखिर में जब कोई जवाब नहीं मिल रहा था तो उन्होंने पुलिस को मामले की जानकारी दी. पुलिस जब पहुंची तो किसी तरह से दरवाजा को तोडा. लेकिन जो दृश्य था उसे देख कर सब चौंक गए.
सबसे पहले तो पुलिस को दरवाजा तोड़ने में भी दिक्कत हुई. बताया गया कि दरवाजा को लॉक करने के बाद उसके पीछे कई सामान को रख दिया गया. जिससे कोई जल्दी दरवाजा तोड़ कर भी अंदर ना पहुंचे. इस बीच पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद जब दवराजा तोडा और अंदर गए. तो सामने ही डाइनिंग हॉल में तीन लाश लटकी दिखी.
पहली लाश बृजेश सिंह के बच्चे आरव की थी दूसरी लाश आराध्य और तीसरी उनकी पत्नी सयुक्ता की दिखी. सम्भावना जताई जा रही है कि पहले दोनों बच्चों को फंदे से लटकाया और उसके बाद खुद भी फांसी के फंदे से झूल गई. फ़िलहाल पुलिस ने सभी के शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है.
लाश देखने से यह लगता है कि तीनों फांसी के फंदे पर चार से पांच दिन पहले लटके है. क्योकि जब पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर से गंध आरही थी. जिससे लगता है उनकी मौत कुछ दिन पहले हुई हो.
वहीं आस पास के लोग बताते है कि संयुक्ता और बृजेश सिंह के बीच रिश्ता सही नहीं था. दोनों की ओर से कोर्ट में तलाक को लेकर भी अर्जी दी गई थी. आर्थिक रूप से कमज़ोर थे. कमाने वाला कोई नहीं था. हो सकता है कि आत्महत्या के पीछे की वजह आर्थिक तंगी हो. हालांकि इसकी अभी कोई पुष्टि नहीं है.
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