धनबाद(DHANBAD): यह आपके लिए जरूरी सूचना है. धनबाद जिले के सदर अस्पताल सहित सभी सीएचसी में एंटी रेबीज वैक्सीन तथा एंटी स्नेक वेनम उपलब्ध करा दिया गया है. अगर दवा देने में कोई आनाकानी करता है, तो आप कह सकते है कि दवा तो उपलब्ध है, इस संबंध में उपायुक्त आदित्य रंजन ने बताया कि जिले के लिए एंटी रेबीज वैक्सीन तथा एंटी स्नेक वायल उपलब्ध हो चुका है. दो दिन पहले ही एंटी स्नेक वायल हर सीएचसी में पहुंच चुका है. जबकि जिले के लिए 5000 एंटी रेबीज वैक्सीन प्राप्त हो गई है और उसे सभी सीएचसी में पहुंचाने की प्रक्रिया जारी है.
अस्पतालों में पहुंच गए है एंटी रेबीज वैक्सीन तथा एंटी स्नेक वायल
उपायुक्त ने बताया कि धनबाद सदर अस्पताल के लिए 1000 एंटी रेबीज वैक्सीन तथा बाघमारा, बलियापुर, धनबाद सदर सीएचसी, गोविंदपुर, झरिया, निरसा, तोपचांची, टुंडी सीएचसी के लिए 500 - 500 एंटी रेबीज वैक्सीन उपलब्ध करा दिया गया है. इसके लिए सिविल सर्जन ने सभी स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी को अति शीघ्र इसे प्राप्त कर लेने के लिए निर्देशित किया गया है. डॉग बाईट की घटनाओं का आंकड़ा बताता है कि धनबाद के एसएनएमएमसी अस्पताल में साल 2024 के अगस्त महीने में 1308 लोगों को कुत्तों ने अपना शिकार बनाया. इतने लोग एंटी रेबीज लेने के लिए अस्पताल पहुंचे थे. कुछ इसी तरह से सितंबर महीने में 1,47O डॉग बाइट के मामले सामने आए. जबकि अक्टूबर महीने में यह आंकड़ा बढ़कर 1,854 पहुंच गया. वहीं नवंबर महीने में 2,204, दिसंबर महीने में 2,659. वहीं साल 2025 जनवरी महीने में 2,349 डॉग बाइट के मामले सामने आए हैं. .
अगस्त के बाद सितंबर से धीरे-धीरे डॉग बाइट के मामले बढ़ जाते हैं
अगस्त के बाद सितंबर से धीरे-धीरे डॉग बाइट के मामले बढ़ जाते हैं. फरवरी से फिर आंकड़ों की रफ्तार धीमी हो जाती है. बता दें कि धनबाद में सड़क पर कुत्तों का आतंक है. उनकी मनमर्जी चलती है. झुंड के झुंड कुत्ते हर चौक -चौराहे पर नजर आ जाते है. थोड़ी भी अगर आपसे चूक हुई ,तो सीधे बाईट कर लेते है. कुत्तों की जनसंख्या को कम करने की निगम की योजना बहुत कारगर नहीं हुई. एक तरह से यह योजना फेल कर गई. शहर में सिर्फ कुत्तों का ही आतंक नहीं है, बल्कि आवारा पशु भी कोहराम मचा रहे है. आवारा पशुओं से भी शहर की रक्षा के लिए निगम की योजना सफल नहीं हुई, नतीजा है कि आवारा पशु सड़क पर मनमानी करते है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
Recent Comments