टीएनपी डेस्क(TNP DESK):  सावन महीने की शुरुआत हो चुकी है. कल सावन की पहली सोमवारी है. भगवान भोलेनाथ की पूजा के लिए ये महीना बेहद शुभ माना गया है. भक्त दिल में मनोकामनाएं लेकर सच्ची श्रद्धा और विश्वास के साथ इस पूरे महीने बाबा भोलेनाथ का पूजन करते हैं. श्रावण मास में सोमवारी पूजा का विशेष महत्व है. ऐसे में सोमवार के दिन शिव मंदिरों में भक्तों की काफी भीड़ देखने को मिलती है.इसी कड़ी में रांची के ऐतिहासिक पहाड़ी मंदिर में श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ की पूजा करने के लिए रविवार की रात से ही पहुँचने लगेंगे. रात भर लाइन में लगकर लोग सुबह बाबा के पट खुलने का इंतज़ार करेंगे, बताया जा रहा है कि  3:30 बजे सुबह पहले सरकारी पूजा होगी. इसके बाद सुबह 4 बजे शिव भक्तों के लिए बाबा का पट खोला जायेगा. इस बार भी पहाड़ी मंदिर में अरघा से भक्त बाबा का जर्लापण करेंगे. भक्तों की सुविधा के लिए कुछ सालों से यह व्यवस्था की गई है.

स्वर्णरेखा नदी से जल भर कर भक्त पहुंचेंगे पहाड़ी मंदिर 

पहाड़ी मंदिर में जलाभिषेक के लिए रांची ही नहीं, दूसरे जिलो से भी लोग आते हैं.देवघर के बाद सबसे अधिक भीड़ यहीं भक्तों की उमड़ती है. पहाड़ी बाबा के जलाभिषेक के लिए भक्त चुटिया के स्वर्णरेखा नदी से जल भर कर लाते हैं.   रविवार  रात 10 बजे से ही भक्तों के स्नान करने और जल उठाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. स्वर्णरेखा नदी से जल भरने के बाद भक्त पैदल चलकर पहाड़ी मदिर पहुंचेंगे. इसके बाद भक्त 468 सीढ़ियां चढ़ कर बाबा का दर्शन और जलाभिषेक करेंगे. 

शिव भक्तों के लिए लगाया है शिविर 

राजधानी के कई स्थानों पर शिवभक्तों की सेवा के लिए सेवा शिविर लगा जायेंगे. अल्बर्ट एक्का चौक , चुटिया, मेन रोड , रातू रोड सहित कई जगहों पर शिव भक्तों के चाय पानी की व्यवस्था की जाएगी. वहीँ पहाड़ी मंदिर के पास भी शिविर लगाया जाएगा. जहां भक्तों के लिए पूजा सामग्री उपलब्ध होगी. साथ ही मदिर परिसर में सुरक्षा जी भी कड़ी व्यवस्था की गयी है. काफी संख्या में सुरक्षा बालों और ट्रैफिक पुलिस को तैनात किया गया है. 

 

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