गिरिडीह ( Girdih):- गिरिडीह जिले के बिरनी के प्रखंड मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर पड़रिया गांव में स्थित मां बसंती दुर्गा मंडप काफी प्रसिद्ध है. यहां पर आस्था इस कदर लोगों को मजबूत कि अक्सर यहां भीड़ लगी रहती है.

मां दुर्गा के दर पर एक सुहागन

ऐसा ही कुछ देखने को मिला, जब अपने बेवफा पति के पाने की आस लिए मां दुर्गा मंडप में धरने पर बैठी पत्नी को उसका पति और सात वहां पहुंच गये. अपने पति को देखकर पत्नी फूट-फूटकर औऱ लिपटकर रोने लगी. दरअसल, मामला ये है कि राजधनवार थाना क्षेत्र के राजा टोला निवासी दशरथ दास की पुत्री रुपाली कुमारी की शादी मार्च 2025 में हजारीबाग जिला के चौबे निवासी विकास कुमार के साथ हुई थी.विकास शादी के एक माह बाद हजारीबाग जिला के बिष्णुगढ़ थाना अंतर्गत चौथा की एक लड़की से दूसरी शादी कोलकाता के काली घाट मंदिर में कर ली थी. इसके बाद वह पहली पत्नी रुपाली को छोड़कर दूसरी पत्नी के साथ रहने लगा.

बेवफा पति पहुंचा मंदिर   

रुपाली अपने पति को पाने के लिए लगातार कोशिशे करती रही. ग्रामीणों ने रुपाली को बताया कि बिरनी के पड़रिया चैती दुर्गा मंडप में भक्तों की मन्नत पूरी होती है. पति को पाने की लिए रुपाली पड़रिया दुर्गा मंडप प्रांगण में आस्था के साथ धरना पर बैठ गई. वह वहां मां दुर्गा की सेवा करने लगी. शनिवार को उसका पति विकास और सास द्रौपदी देवी पड़रिया दुर्गा मंडप पूजा करने पहुंची. वहां धरना पर बैठी रुपाली अपने पति और सास को देखते ही आश्चर्यचकित हो उठी. वह पति को पकड़कर रोने लगी. वहां से उसका पति भागने की कोशिश करने लगा औऱ हो हल्ला किया.

पुलिस ने दिया दखल

गांव वाले जब इसे लेकर जुटे तो विकास को पकड़ कर रुपाली के हवाले कर दिया. इसके बाद विकास की मां ने बिरनी थाना को सूचना दी. इसके बाद बिरनी थाना के एएसआई चरवा मिंज पड़रिया दुर्गा मंडप पहुंचे और घटना की पूरी जानकारी ली. दुर्गा मंडप से विकास दास को थाना ले गयी. इस दौरान गांव वाले समेत आस पास काफी भीड़ जमा हो गयी. विकास की मां ने पुलिस को शिकायत की थी कि उसके बेटे को पड़रिया दुर्गा मंडप के पास पकड़ कर रखा गया है. लेकिन, दुर्गा मंडप पहुंचे तो मामला ही बिल्कुल अलग ही निकला.