टीएनपी डेस्क: राजधानी पटना में चर्चित कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या इन दिनों काफ़ी सुर्खियों में बना हुआ है. बता दे कि गोपाल खेमका की हत्या 4 जुलाई को उनके अपार्टमेंट के गेट पर गोली मारकर की गई थी. इस हाई प्रोफाइल हत्या के बाद पुलिस भी सवालों के घेरे में आ गई थी. पटना के व्यापारी वर्ग लगातार पुलिस से सवाल कर रहे थे कि आखिर आरोपी कब पकड़ा जाएगा. फिर इस मामले में पुलिस एक्शन में आई और महज 72 घंटे के अंदर हाई प्रोफाइल केस का खुलासा कर दिया. 

72 घंटे के अंदर हाई प्रोफाइल मर्डर केस का हुआ खुलासा 

इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए जांच कमेटी बनाई गई. हत्याकांड जांच में एडीजी और एसटीएफ प्रमुख आईपीएस कुंदन कृष्णन ने अहम भूमिका निभाई. आईपीएस कुंदन कृष्ण के नेतृत्व में एसटीएफ और पटना पुलिस ने महज 72 घंटे के अंदर हत्याकांड के मुख्य आरोपी शूटर उमेश को गिरफ्तार कर लिया. शूटर के पास से हथियार भी बरामद किए गए. इसके बाद पुलिस ने शूटर से पूछताछ शुरू की जिसके बाद इस चर्चित हाई प्रोफाइल मर्डर केस के पीछे एक और शख्स का नाम आया. इस पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड अशोक साहू को बताया गया. अशोक साहब कोई नया नाम नहीं इससे पहले भी उसका नाम पटना के दो चर्चित हत्याकांड से जुड़ चुका है. दोनों बार जांच हुई, पूछताछ हुई लेकिन वह बच निकलता रहा. वजह उसके रसूखदार संपर्क. बताया जा रहा है कि वह सत्ता के एक बेहद प्रभावशाली चेहरे के वित्तीय मैनेजर के संपर्क में था. इतना करीबी की पुलिस और प्रशासन भी उसके खिलाफ ठोस कार्रवाई से कतराते रहे.

लेकिन इस बार इस हाई प्रोफाइल केस में आईपीएस कुंदन कृष्णन की एंट्री हुई. जहां आईपीएस कुंदन कृष्णन के नेतृत्व में एसटीएफ और पटना पुलिस ने तीन दिनों के अंदर इस पूरे मामले का खुलासा कर दिया. अब जानते हैं कि कौन है आईपीएस कुंदन कृष्णन जिन्होंने गोपाल खेमका के किलर को पाताल लोक से ढूंढ कर निकाल लिया. 

कौन है आईपीएस कुंदन कृष्णन

आईपीएस कुंदन कृष्णन 1994 बैच के बिहार कैडर के एक तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी हैं. साल 1993 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास की थी. मुख्य रूप से वह बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले हैं. आईपीएस कुंदन कृष्णन अपराधियों के बीच काफी प्रसिद्ध है.  कुंदन कृष्णन एक ऐसे अधिकारी हैं जो अपनी कठोर पुलिसिंग और अपराधियों के खिलाफ बिना डर के कार्रवाई के लिए प्रसिद्ध हैं. माफियाओं और बाहुबलियों के बीच उनका खौफ है. कई बड़े हाई प्रोफाइल केस में इन्होंने खूब सुर्खियां बटोरी है. चाहे वह बिहार के बाहुबली और पूर्व सांसद आनंद मोहन का केस हो या फिर कोलकाता में आईजी कर मेडिकल कॉलेज में रेप मर्डर केस हो, इन्होंने अपने स्ट्रेटजी और और कार्रवाई से कई जटिल मामलों को सुलझाया है. इनके बारे में कहा जाता है कि वह कभी भी किसी पावर और सिस्टम के दबाव में नहीं आते हैं. वह अपराधियों पर चौतरफा दबाव बनाते हैं और उन्हें पकड़ने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. यही वजह है कि उनकी छवि एक ऐसे अधिकारी के रूप में है जो किसी के आगे झुकता नहीं है बल्कि बड़े-बड़े लोग उनसे खौफ खाते नजर आते हैं.