टीएनपी डेस्क (Tnp Desk):- आयुष्मान भारत योजना, जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के नाम से भी जाना जाता है, भारत सरकार की तरफ से शुरु की गई इस स्वास्थ्य योजना ने गरीब औऱ मध्यम वर्ग की जिंदगी में बड़ा बदलाव लाया. अब कोई भी अपने इलाज के लिए पैसों के लिए मोहताज नहीं होना पड़ता, बल्कि वो अपनी बीमारी को ठीक करवा सकते है. इसका मकसद आर्थिक तौर पर कमजोर परिवारों को स्वास्थ्य बीमा मुहैय्या कराना है. ताकि उनकी चिकित्सा में पैसों की दिक्कत नहीं आए बल्कि चिंतारहीत औऱ मुफ्त इलाज हो सके. इस योजना के प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर सालाना प्रदान की जाती है, जिसमें द्वितीयक और तृतीयक स्वास्थ्य सेवाओं को शामिल किया जाता है. सरकार ने अपनी जिम्मेदारी और बुजुर्गों की सेहत पर भी ध्यान देते हुए एक कदम और बढ़ाते हुए 70 साल या उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को भी इसका कवरेज देने का एलान पिछले साल कर दिया. दरअसल केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 11 सितंबर 2024 को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के विस्तार को मंजूरी दी. इतने बड़े फैसले के बाद छह करोड़ वरिष्ठ नागरिकों सहित लगभग साढ़े चार करोड़ परिवारों को इससे लाभ मिलेगा. इसमे खासियत यही है कि इस आय़ु वर्ग के हर वरिष्ठ नागरिक को उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति की परवाह किए बिना योजना का लाभ पा सकेंगे.

सितंबर 2018 में आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत  

आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत 23 सितंबर 2018 को शुरु भारत सरकार ने किया था. इसके तहत देश के करीब पचास करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा का कवरेज प्रदान करती है. इस स्कीम में सालाना पांच लाख तक का फ्री में इलाज किया जाता है. इसमे सेकेंडे औऱ थर्ड क्लास हॉस्पिटल में भर्ती होकर इलाज कराने के लिए व्यापक कवरेज देता है. सरकार इस योजना को विस्तार और आसान बनाने के लिए देश में कहीं भी पैनल में शामिल हॉस्पिटल,पब्लिक या प्राइवेट में इलाज करवा सकते हैं. इसके लिए आयुष्मान कार्ड प्रदान करायी जाती है और कैशलेश इलाज कर सकते हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा के मुताबिक 1 जनवरी 2025 तक आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत अस्पतालों में भर्ती 8.9 करोड़ लोगों का इलाज कराया गया. इसके लिए 1.9 लाख करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई .

भारत सरकार की इस योजना की लोकप्रियता में लगातार इजाफा हो रहा है. आने वाले दिनों में इसकी महत्ता और उपयोगिता का फायदा वंचित समाज के स्वास्थ्य के लिए एक जिवनदायिनी की तरह होगी. अगर इस योजना की पात्रता को जाने तो इसके लिए 2011 की सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना के आधार पर निर्धारित की जाती है. योजना के तहत पांच लाख रुपए तक का इलाज पैनल में शामिल सरकारी औऱ निजी अस्पतालों में कैशलेश करा सकते हैं. इसका मकसद स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में सुधार करना, अस्पताल में भर्ती होने के खर्च को कम करना और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है. इसके तहत विभिन्न प्रकार की स्वास्त्य सेवाओं को शामिल किया गया है, जिसमे अस्पताल में भर्ती होने, सर्जरी और अन्य उपचार शामिल हैं.

महिलाओं की सेहत का खास ख्याल

आय़ुष्मान भारत योजना में महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ख्याल रखा या है. महिलाओं सें संबंधित स्वास्थय समस्याओं के लिए विशेष पैकेज प्रदान करती है. जिसमे मातृत्व देखभवा, कैंसर और अन्य प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं शामिल हैं. महिलाओं ने भारत सरकार की इस योजना का गांव से लेकर शहर तक लाभ उठा रही है. गांव से लेकर शहरी इलाकों को कवर यह योजना ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के परिवारों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करती है. जिसमे यह सुनिश्चित होता है कि देश के सभी हिस्सों में लोगों को स्वास्थय सेवाए मिले.

आयुष्मान भारत योजना के लिए रजिस्ट्रेशन

भारत सरकार की इस लोकप्रिए योजना के लिए आपको प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना की वेबसाइट पर जाना होगा. इसके बाद अपना मोबाइल नंबर, कैप्चा कोड दर्ज करना होगा. इसकेबाद जेनरेट ओटीपी विकल्प पर क्लिक करना होगा. इसके बाद आपके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी नंबर भेजा जाएगा. जिसके जरिए आप वेबसाइट तक पहुंच सकते हैं और सत्यापन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं. इसके अलावा आपको वह राज्य चुनना होगा, जहां आप प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के लिए आवेदन कर रहें हैं. इसके बाद आपको चुनना है कि आप अपनी पात्रता का मानदंड या पैमाना कैसे चुनना चाहते हैं. जिसमे मोबाइल नंबर, नाम, राशन कार्ड नंबर, आरएसबीवाई यूआरएन संख्या रहता है. आगे अगर आप प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के लिए पात्रता रखते हैं, तो फिर आपका नाम पेज पर दाई और दिखाई देगा. इसके अलावा आप परिवार के सदस्य टैब पर क्लिक करके लाभार्थी का विवरण देख सकते हैं.

आयुष्मान मित्र करता है मदद

अगर आप और आपके परिवार के सदस्य प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत नामांकित है, तो फिर आपको एक नामांकन पत्र भेजा जाता है. जिसमे एक क्यूआर कोड औऱ पहचान संख्या होती है. यह अस्पताल में भर्ती होने के दावे के मामले में आपके परिवार के सदस्यों की पहचान करने में मदद करता है. इतना ही नहीं इस योजना पैनल में शामिल अस्पतालों में एक आयुष्मान मित्र भी होता है जो कैशलेस ट्रिटमेंट कराने में सहायता करता है. जो नामांकन पत्र में निहित क्यूआर कोड को स्कैन करके योजना के डेटेस में आपके डेटा के आधार पर आपकी पात्रता की जांच करता है. अगर आप इस योजना के लिए पात्र है, तो फिर मुफ्त इलाज कराने में कोई दिक्कत नहीं होती है. सही या कहे वैध पहचान प्रमाण प्रस्तुत करने के बाद, आपको कैशलेस अस्पताल में भर्ती उपचार का लाभ उठाने के लिए गोल्डन कार्ड जारी किया जाता है. फिर आपका इलाज होने लगता है.

धोखाधड़ी करने वालों पर सख्त सरकार

पांच लाख तक सालाना कैशलेश उपचार की यह योजना करोड़ों गरीब परिवारों के लिए एक नई उम्मीद जगाता है. हालांकि, इस दरमियान काफी धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा भी अस्पतालों में देखा गया. जिसके खिलाफ भारत सरकार ने काफी सख्ती दिखाई. स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार इस योजना का गलत इस्तेमाल करने वाली संस्थाओं के खिलाफ 1,114 अस्पतालों को पैनल से हटाया गया, 1,504 दोषी अस्पतालों पर 122 करोड़  रुपए जुर्माना लगाया और साथ ही 549 अस्पतालों को निलंबित किया गया.