टीएनपी डेस्क(TNP DESK): हमसे जो टकराएगा वह चूर-चूर हो जाएगा. कुछ ऐसा ही हुआ बिपरजॉय के साथ. चक्रवाती तूफान बिपरजॉय भारत से टकराने के बाद कमजोर पड़ गया है. गुजरात में असर छोड़ा है.देर रात इस तूफान ने गुजरात के तट पर लैंड फॉल किया. तेज हवा की वजह से नुकसान हुआ है. इसमें 22 लोग घायल हुए हैं. राहत और बचाव कार्य जारी है.
बिपरजॉय को लेकर की गई थी बड़ी तैयारी
चक्रवाती तूफान अरब सागर से उठकर लगभग 1 सप्ताह के बाद गुजरात के समुद्री तट से टकराकर अपना सारा तेवर भूल गया. व्यापक स्तर पर तूफान के मद्देनजर की गई तैयारी के कारण जान माल का नुकसान नहीं के बराबर हुआ है. अभी तक की जानकारी के अनुसार 22 लोग घायल हुए हैं. समुद्री तट के किनारे बने घरों को थोड़ा नुकसान पहुंचा है.
अच्छी तैयारी के कारण कम हुआ नुकसान
तूफान को लेकर की गई भारत सरकार और गुजरात सरकार की तैयारी के कारण जान माल की क्षति नहीं के बराबर हुई है. पेड़ और खंभे गिरने के कारण समस्या उत्पन्न हुई. प्रभावित क्षेत्र में बिजली आपूर्ति व्यवस्था पर असर पड़ा है. सरकार ने लोगों को सुरक्षित स्थान पर कैंप में रखा था. 50000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया था. गुजरात के तटीय इलाके भुज, सौराष्ट्र, द्वारिका, नादिया,कच्छ के इलाके में भारी बारिश हुई तूफान की गति लगभग 130 किलोमीटर प्रति घंटा रही. राजस्थान और महाराष्ट्र के कई तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें काम कर रही हैं. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 16 जून की शाम तक राजस्थान में यह तूफान डिप्रेशन में चला जाएगा. यह तूफान अब तक का सबसे लंबा तूफान माना जा रहा है.
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