टीएनपी डेस्क(TNP DESK): कांग्रेस ने देशभर में केंद्र सरकार के खिलाफ आज यानी 7 सितंबर से भारत जोड़ों यात्रा शुरू की. यह यात्रा राहुल गांधी के नेतृत्व में कन्याकुमारी से शुरू हुई. इस यात्रा के जरिए कांग्रेस पार्टी देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की यात्रा करेगी. इस मौके पर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के साथ और भी कई जाने माने लोग उपस्थित थे. मगर, इस भारत जोड़ों यात्रा को शुरू झारखंड की एक जानी मानी शख्सियत के हाथों हुआ. इस शख्सियत का नाम है दयामनी बारला.

दरअसल, भारत जोड़ो यात्रा को शुरू राहुल गांधी के हाथ में एक रक्षा सूत्र बांध कर किया गया. और इस रक्षा सूत्र को राहुल गांधी के हाथों में झारखंड की जानी मानी हस्ती दयामनी बारला ने बांधा. इस रक्षा सूत्र के बांधते के साथ ही भारत जोड़ों यात्रा की शुरुआत हो गई.

बता दें कि इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि मीडिया विपक्ष को नहीं दिखाता है इसलिए उन्हें इस यात्रा की शुरुआत करनी पड़ी. भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. यह यात्रा करीब 3,500 किलोमीटर लंबी यात्रा होगी.  12 राज्यों और 2 यूनियन टेरीटरी से गुजरेगी. इस यात्रा के बारे में काँग्रेस की ओर से बताया गया कि जो आर्थिक विषमताएं हैं, महंगाई के कारण, बेरोजगारी के कारण, जीएसटी के कारण, हमारे देश के सामने जो आर्थिक चुनौतियाँ हैं, विषमताएं बढ़ती जा रही हैं, तो इनको मद्देनजर रखते हुए, क्योंकि ये एक तरीके से विभाजन हो रहा है समाज का, आर्थिक विषमताओं के कारण, तो इसलिए भारत को जोड़ना है.

पहले आपको बताते हैं कि दयामनी बारला कौन हैं

दयामनी बारला भारतीय राज्य झारखंड की आदिवासी सामाजिक कार्यकर्ता और आंदोलनकारी हैं. पूर्वी झारखंड में आर्सेलर मित्तल के स्टील प्लांट का विरोध करने में उनकी सक्रियता के लिए उन्हें विशेष रूप से जाना जाता है. इस प्लांट के बारे में कहा जाता है कि इस प्लांट के बनने से चालीस गांवों को विस्थापित कर दिया जाता. बारला ने कई प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते हैं. इसके साथ ही वह 2014 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में खूंटी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव भी लड़ चुकी हैं.