टीएनपी डेस्क(TNP DESK): राजनेता कहिये या जनता के सेवक एक ही बात है. दरअसल, जनता नेता को वोट देकर चुनती है ताकि वो जनता और क्षेत्र की समस्याओं का समाधान करें. लेकिन ज्यादातर नेता चुनाव जीतने के बाद ना तो जनता की सेवा करते हैं और ना ही क्षेत्र की तरक्की. नेता चुनाव जीतने के बाद आम जनता से सीधे मुंह बात तक नहीं करते. ये बात आम जनता तक तो ठीक था लेकिन अब कुछ राजनेता तो संवैधानिक पद पर बैठे लोगों पर भी विवादित और आपत्तिजनक बयान देने से भी पीछे नहीं हटते हैं.
राज ने किया ये ट्वीट
ताजा मामला कांग्रेस नेता डॉक्टर उदित राज और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का है. उदित राज ने मुर्मू के गुजरात में दिए गए एक बयान पर पलटवार करते हुए लिखा “द्रौपदी मुर्मू जी जैसा राष्ट्रपति किसी देश को न मिले. चमचागिरी की भी हद है. कहती हैं 70% लोग गुजरात का नमक खाते हैं. खुद नमक खाकर जिंदगी जिएं तो पता लगेगा”. इस बयान के बाद से ही हंगामा तेज हो गया है. बीजेपी राज पर लगातार हमलावर है.
राज को NCW का नोटिस
कांग्रेस नेता उदित राज के ट्वीट पर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने नोटिस जारी किया है. आयोग ने उन्हें बयान पर राष्ट्रपति से माफी मांगने को कहा है. विवाद को बढ़ता देख राज ने एक और ट्वीट किया और सफाई दी. राज ने लिखा- द्रौपदी मुर्मू जी से कोई दुबे, तिवारी, अग्रवाल, गोयल, राजपूत मेरे जैसा सवाल करता तो पद की गरिमा गिरती. हम दलित-आदिवासी आलोचना करेंगे और इनके लिए लड़ेंगे भी. हमारे प्रतिनिधि बनकर जाते हैं फिर गूंगे-बहरे बन जाते हैं.
एक और ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी का किया बचाव
वहीं, इस मामले पर राज ने एक और ट्वीट कर साफ किया है कि यह बयान उनका निजी बयान है इससे कांग्रेस पार्टी का कुछ लेना देना नहीं है. उन्होंने ट्वीट में लिखा “मेरा बयान द्रोपदी मुर्मू जी के लिए निजी है, कांग्रेस पार्टी का नहीं है. मुर्मू जी को उम्मीदवार बनाया व वोट मांगा आदीवासी के नाम से. राष्ट्रपति बनने से क्या आदिवासी नही रहीं? देश की राष्ट्रपति हैं तो आदिवासी की प्रतिनिधि भी. रोना आता है जब एससी/एसटी के नाम से पद पर जाते हैं फिर चुप.”
राज ने अभी तक नहीं किया ट्वीट डिलीट
कांग्रेस नेता उदित राज ने खबर लिखे जाने तक अपना विवादित ट्वीट डिलीट नहीं किया था. ना ही उन्होंने अभी तक राष्ट्रपति से माफी मांगा है. इस मामले पर बीजेपी के संबित पात्रा ने लिखा है कि 'जिस प्रकार का शब्द उदित राज ने राष्ट्रपति जी के लिए प्रयोग किया है, वो चिंताजनक है.
अधीर रंजन चौधरी ने कहा था राष्ट्रपत्नी
कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर विवादित बयान दिया था. हालांकि विवाद को बढ़ता देख उन्होंने पत्र लिखकर माफी मांग ली थी. दरअसल, 27 जुलाई को दिल्ली के विजय चौक पर प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने भी राष्ट्रपति मुर्मू को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. अधीर ने मुलाकात के लिए समय नहीं देने पर मुर्मू को राष्ट्रपत्नी कह दिया था.
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