टीएनपी डेस्क(TNP DESK): महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स III अब ब्रिटेन के नए किंग बन चुके हैं. मगर, उनके किंग बनने के बाद जहां दुनियाभर के लोग उन्हें बधाई और महारानी के निधन पर शोक प्रकट कर रहे हैं. तो वहीं भारत के कई परिवार नए किंग चार्ल्स III से माफी मांगने के लिए कह रहे हैं.
दरअसल, जलियांवाला बाग में मारे गए लोगों के वंशज अभी भी अपने रिश्तेदारों की हत्या के लिए माफी मांगने के लिए ब्रिटिश ताज का इंतजार कर रहे हैं. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु के बाद, उन्होंने अब मांग की है कि उनके बेटे, किंग चार्ल्स III को 13 अप्रैल, 1919 को ब्रिटिश सेना द्वारा सैकड़ों पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के निर्मम हत्याकांड के लिए औपचारिक माफी मांगनी चाहिए.
बैठक में की गई मांग
जलियांवाला बाग शहीद परिवार समिति (जेबीएसपीएस) ने शुक्रवार को एक बैठक की और संकल्प लिया कि उनकी बार-बार मांगों के बावजूद, ना तो ब्रिटिश ताज और ना ही ब्रिटिश सरकार ने उनके प्रियजनों की हत्या के लिए उनसे क्षमा मांगी है. जेबीएसपीएस के अध्यक्ष महेश बहल ने कहा कि अब हम किंग चार्ल्स से औपचारिक माफी की मांग करते हैं.
बहल ने कहा कि हम महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं, लेकिन साथ ही यह सोचकर हमारा दिल दुखता है कि अपने जीवनकाल में उन्होंने सैकड़ों पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की नृशंस हत्या के लिए माफी नहीं मांगी. जेबीएसपीएस के अध्यक्ष ने कहा कि उनका (किंग चार्ल्स का) ये काम कम से कम हमारे घावों पर मरहम का काम करेगा. जेबीएसपीएस ने 1997 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की भारत यात्रा से पहले दिल्ली के राजघाट पर भी विरोध प्रदर्शन किया था और जलियांवाला बाग हत्याकांड के लिए माफी की मांग की थी.
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