पटना(PATNA): तमिलनाडु के श्रम विकास और कौशल विकास मंत्री सी.वी. गणेशन ने राष्ट्रीय मीडिया में बिहारी और हिन्दी भाषा-भाषी राज्यों के मजदूरों के साथ मारपीट की खबरों को झूठा करार दिया है.

तमिनलाडु के विकास में हिन्दी भाषा-भाषी राज्यों के मजदूरों का अहम योगदान

उन्होंने कहा है कि अतिथियों का स्वागत करना हमारी संस्कृति का हिस्सा है. हिन्दी भाषा-भाषी राज्यों से आये मजदूर हमारे कारखानों में बेहतर और खुशनुमा माहौल में काम कर रहे हैं, उन्हे किसी प्रकार की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ रहा है, कारखानों के अन्दर और बाहर भी उनकी सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाता है. हिन्दी भाषा-भाषी राज्यों में जिन खबरों को चलाया जा रहा है, उनका सच्चाई से दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है. तमिलनाडु में बड़ी-बड़ी औद्धोगिक इकाईयों के विस्तार के पीछे हिन्दी भाषा-भाषी राज्यों के मजदूरों का बड़ा योगदान है.

सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें चलाने वाले के विरुद्ध कार्रवाई 

उन्होंने कहा कि कुछ एक घटनाएं इन लोगों के आपसी विवाद में हुई थी, पुलिस की ओर से उस मामले में भी कार्रवाई की गयी है, साथ ही सोशल मीडिया में भ्रामक वीडियो को चलाने वाले के विरुद्ध भी पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है.

यहां बता दें कि पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया और कुछ  हिन्दी अखबारों में वहां हिन्दी भाषा-भाषी मजदूरों के साथ मारपीट की खबरें दिखलाई जा रही थी. हालांकि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस खबरों को भ्रामक और झूठा बताया था, बावजूद इसके विपक्ष मजदूरों की सुरक्षा के सवाल को उठाकर सरकार को घेरने में लगी हुई थी, जिसके बाद सरकार की ओर से मामले की जांच के लिए एक टीम को तमिलनाडु रवाना किया गया है.