टीएनपी डेस्क(TNP DESK): नवरात्र के शुरू होते ही त्योहारों का मौसम भी शुरू हो गया है. लोग अपने-अपने तरीके से त्योहार मनाने के लिए उत्सुक हैं. नवरात्रि के दौरान देशभर में गरबा डांस का आयोजन किया जाता है. इसके लिए गरबा पंडाल भी तैयार किए जा रहे हैं. गरबा डांस को लेकर विश्व हिन्दू परिषद ने बड़ी घोषणा की है. नागपूर विश्व हिन्दू परिषद ने सभी गरबा पंडालों में बिना आइडी प्रूफ के लोगों की एंट्री पर बैन लगाने की घोषणा की है.  हिन्दू परिषद ने यह कदम लव जिहाद को नियंत्रित करने के लिए उठाया है. नागपुर विश्व हिंदू परिषद ने कहा है कि सभी प्रतिभागियों को गरबा पंडालों में आईडी प्रूफ ले कर जाना होगा.

हर साल नवरात्रि के दौरान दुर्गा पंडालों में जनता के लिए गरबा और डांडिया समारोह आयोजित किए जाते हैं. इस वर्ष, विश्व हिंदू परिषद ने मांग की है कि पंडालों में प्रवेश करने के लिए सभी प्रतिभागियों को अपने आधार कार्ड ले जाने होंगे.

प्रशासन और आयोजक करेंगे सुनिश्चित

विदर्भ प्रांत के विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष गोविंद शेंडे ने कहा कि पुलिस प्रशासन और आयोजक यह सुनिश्चित करेंगे कि बिना आधार कार्ड के कोई भी गरबा पंडाल में प्रवेश न कर सके. उन्होंने कहा कि उनका संगठन गरबा उत्सव के दौरान 'लव जिहाद' के बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने के लिए पंडालों पर भी नजर रखेगा. शेंडे ने कहा कि गरबा पंडालों में असामाजिक तत्व लगातार बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि गरबा का सम्मान और पूजा की जानी चाहिए क्योंकि यह न केवल एक नृत्य रूप है बल्कि धार्मिक उत्साह और भक्ति का प्रतीक भी है. इससे पहले मध्य प्रदेश की भाजपा मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि ग्वालियर में बिना पहचान पत्र के किसी को भी गरबा पंडाल के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा. उसने यह भी दावा किया कि गरबा पंडाल लव जिहाद का माध्यम बन गया है. उन्होंने कहा कि हर कोई अलर्ट पर है. अब, किसी को भी बिना आईडी कार्ड के गरबा पंडालों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.