टीएनपी डेस्क(TNP DESK): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा कहते रहे हैं कि उन्होंने अपना शुरुआती जीवन का गुजारा चाय बेचकर चलाया था. इसके बाद पूरे देश में चायवालों को इज्जत से देखा जाता है. प्रधानमंत्री के बाद बहुत से चायवाले राजनीति में अपनी किस्मयत आजमाना चाहते हैं. देवेंद्र कुमार उर्फ ​​डीके चायवाला एक ऐसे ही चायवाले हैं, जो विधायकी का चुनाव लड़ना चाहते हैं. देवेंद्र कुमार हिमाचल प्रदेश के शिमला में रहते हैं. और वे पिछले 40 सालों से कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं. इसके साथ ही वो कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में चाय बनाते हैं. उन्होंने इस बार हिमाचल में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस का टिकट मांगा है. अगर, सब सही रहा तो वे पार्टी की ओर से इस बार उमीदवार भी बन सकते हैं.

दरअसल, आगामी विधानसभा चुनाव के लिए हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उन लोगों से आवेदन मांगे हैं जो चुनाव लड़ना चाहते हैं. 56 वर्षीय कांग्रेसी देवेंद्र कुमार रतन, जो शिमला कांग्रेस कार्यालय में डीके के नाम से लोकप्रिय हैं, उन्होंने चुनाव के लिए ये आवेदन भर कर सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है.  

1982 से कर रहे पार्टी की सेवा

मीडिया से बात करते हुए डीके ने कहा कि कांग्रेस ने बिल्कुल निशुल्क आवेदन निकाला है और हर उस कार्यकर्ता को चुनाव के लिए आगे आने का मौका दिया है. जो लंबे समय से पार्टी की सेवा कर रहा है. उन्होंने कहा कि वह पिछले 40 वर्षों से लगातार कांग्रेस से जुड़े हुए हैं और नौ साल से अधिक समय से एक आम कार्यकर्ता से लेकर बड़े नेता तक चाय परोस रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं 1982 से कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं, कुछ कारणों से मुझे किसी अन्य क्षेत्र में अपनी दुकान बंद करनी पड़ी. लगभग नौ साल पहले कांग्रेस पार्टी ने मुझे यह जगह चाय कैंटीन के लिए आवंटित की और मैं यहां सभी को चाय परोस रहा हूं. लंबे समय से पार्टी की सेवा कर रहा हूं. मैं 1982 में युवा कांग्रेस में शामिल हुआ और तब से अपने कृष्णानगर क्षेत्र से अलग-अलग पदों पर रहा हूं. मुझे खुशी है कि पार्टी ने हर कार्यकर्ता को एक विधायक के टिकट के लिए आवेदन देने का मौका दिया है.

चुनाव जीतने के बाद चाय परोसते रहेंगे

चाय विक्रेता ने आगे कहा कि वह चाय परोसते रहेंगे और शिमला के लोगों के कल्याण के लिए काम करेंगे. उन्होंने कहा कि मैं शिमला के लोगों की सेवा करना चाहता हूं, एक बार पार्टी का टिकट मिलता हूं और अगर मैं जीत जाता हूं और विधायक के रूप में निर्वाचित होता हूं, तो मैं अपने वेतन से एक भी रुपया नहीं लूंगा. मैं चाय परोसता रहूंगा और लोगों के कल्याण के लिए काम करता रहूंगा. अगर किसी अन्य व्यक्ति को पार्टी का टिकट मिलता है तो मैं कांग्रेस पार्टी को जिताने के लिए कड़ी मेहनत करूंगा. हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता नरेश चौहान ने कहा कि यह दर्शाता है कि पार्टी हर कार्यकर्ता को महत्व देती है.

1350 नेताओं ने दिया आवेदन

शिमला शहर विधानसभा क्षेत्र से डीके सहित 40 से अधिक नेता हैं, जिन्होंने चुनाव लड़ने के लिए आवेदन किया है और अपना इरादा प्रस्तुत किया है. इन बड़े नेताओं में देवेंद्र कुमार रतन उर्फ ​​डीके भी पार्टी नेतृत्व और कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा का विषय बन गए हैं. सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों से, इस साल विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी के टिकट का दावा करने के लिए कांग्रेस से 1350 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है. चुनाव स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा 5 सितंबर, 2022 तक पहली सूची की जांच और अंतिम रूप देने की उम्मीद है. बाद में पार्टी आलाकमान द्वारा सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा. हिमाचल प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है.