धनबाद(DHANBAD)  कोयलांचल में धूमधाम से दीपावली का त्योहार मनाया गया. बता दें कि प्रशासन के तरफ से लोगों को आतिशबाजी के लिए केवल दो घंटे की ही प्रशासनिक अनुमति दी गई थी. इसके बावजूद कोयलांचल के विभिन्न इलाकों में देर रत तक आतिशबाजी की गई. इसमें आसमानी आतिशबाजी भी शामिल है. पूजा करने के बाद लोग सड़कों पर या फिर अपनी छतों पर पटाखे चलाते हुए देखे गए. देर रात तक पटाखों की आवाज से गूंज रही थी. प्रशासन ने पटाखा बिक्री और प्रकार का निर्धारण कर दिया था, लेकिन यह आदेश बहुत असरकारी नहीं दिखा. 

दूधिया रोशनी से नहाया धनबाद

दीपावली की रात कोयले की राजधानी धनबाद दूधिया रोशनी से खूब नहाया. सड़क, मोहल्ले, भवन सजाए गए थे. घरों को विशेष ढंग से आकर्षक बनाया गया था. धनतेरस के बाद लोगों ने लक्ष्मी जी का आह्वान किया और सुख- समृद्धि की कामना की. बंगाल से इलाका सटा बंगाल से सटा होने के कारण कोयलांचल में काली पूजा की भी धूम रहती है. पंडाल तो गिने चुने ही बनाए जाते हैं, लेकिन उनका आकर्षण देखने लायक होता है. शाम होते होते पूजा पंडालों के पट खुल गए, मंदिरों में विशेष पूजा की गई. श्रद्धालु धनबाद के हीरापुर चिल्ड्रन पार्क में काल्पनिक मंदिर की थीम पर बने पंडाल को देखने भारी संख्या में पहुंचे. 

 

रिपोर्ट : अभिषेक कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ, धनबाद