देवघर (DEOGHAR) : किसी रेलवे के प्लेटफार्म पर आपको दोपहिया वाहन चलाने का मन करता है तो जसीडीह स्टेशन आपके इंतजार में है. यहां तेज़ रफ़्तार से आप दोपहिया वाहन चला सकते हैं. वाहन चलाने के वक्त आपको ना तो रेलवे के अधिकारी मना करेंगे और ना ही आरपीएफ और जीआरपी. आप तेज़ रफ़्तार में दोपहिया वाहन बेरोक टोक चला सकते हैं. रही बात यात्रियों की सुरक्षा की तो उनकी सुरक्षा भोलेनाथ के ऊपर है.
प्लेटफॉर्म पर गाड़ियां दौड़ा रहे हैं लोग
रेल मार्ग से बाबानगरी देवघर आने के लिए यही एकमात्र स्टेशन है. जसीडीह स्टेशन को गेट वे ऑफ संताल परगना भी कह सकते हैं. इस स्टेशन पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में यात्रियों का आवागमन होता है. श्रावण मास में तो इस स्टेशन पर पैर रखने तक की जगह नहीं रहती. इस क्षेत्र के लिए यह स्टेशन सर्वाधिक राजस्व देता है. फिर भी यहां यात्रियों की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती है. तभी तो यहां के प्लेटफार्म पर तेज़ रफ़्तार दोपहिया वाहन सरपट दौड़ती हुई नजर आती है. प्लेटफॉर्म नंबर एक पर एक स्कूटी सवार युवक तेज़ रफ़्तार से स्कूटी चलाते हुए पार कर रहा था और उसे कोई नहीं रोक रहा. प्लेटफॉर्म संख्या एक पर ही रेलवे के अधिकारी, आरपीएफ और जीआरपी का कार्यालय होने के बावजूद ऐसी लापरवाही. अगर इस बीच किसी को धक्का लग गया तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? यह एक सवाल है.
रिपोर्ट : रितुराज सिन्हा, देवघर
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