रांची (RANCHI) :  सोमवार को झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी जेपीएससी का मामला प्रमुख रूप से गहराया रहा. वहीं मंत्रियों के लिए फॉच्यूनर गाड़ी खरीदने के मामले में भी विपक्ष ने जमकर हमला बोला.

गोड्डा विधायक अमित मंडल ने कहा कि मुख्यमंत्री बाहरी-भीतरी की बात कर रहे हैं. पर जेपीएससी के कमीशन में सब बाहरी है. फिर कैसे कह सकते कि सरकार स्थानीय को तरजीह देती है. वहीं राजमार्ग विधायक अनंत ओझा ने कहा कि सरकार तुष्टिकरण्र की राजनीति कर रही है.

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हमारी एक ही मांग है. जेपीएसएसी परीक्षा को रद्द कर फिर से सरकार परीक्षा आयोजित करवाए. पर सरकार जेपीएससी की गड़बड़ी और अध्यक्ष, दोनों को बचाना चाहती है. भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा सीएम ने जेपीएससी के आंदोलन कर रहे छात्रों को मनुवादी कहा है. मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि मनुवादी शब्द का अर्थ क्या होता है.

विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री बाहरी ,भीतरी, मनुवादी ,स्मृति वादी कह कर के सच्चाई को छुपा रहे. विधायक ने कहा कि  झारखंड में सरकार ने ब्लड के ऊपर टैक्स लगाया  है. भानु प्रताप शाही ने कहा कि झारखंड सरकार ने नारा लगाया है कि तुम मुझे खून दो और मैं उस खून को बेचकर  जो टैक्स का पैसा जमा होगा उस समय निकम्मे मंत्रियों के लिए फॉर्च्यूनर खरीदूंगा.