दुमका(DUMKA)-आप जब भी फौजदारी बाबा के मंदिर बासुकीनाथ आते होंगे, तो जलाअभिषेक के बाद बेलपत्र और फूल भी ज़रूर ही चढ़ाते होंगे. पर आपने कभी नहीं सोचा होगा कि आपके पूजा के बाद उस बेलपत्र और फूल को कचरे में फेंक दिया जाता था. लेकिन अब दुमका प्रशासन की पहल और बासुकीनाथ की महिलाओं की मेहनत से अब आपके चढाएं, बेलपत्र और फूल कचरे में नहीं फेंका जाएगा. आपके चढाएं हुए फूल और बेलपत्र से अगरबत्ती बनाया जाएगा, जिसे आप बार बासुकीनाथ आएंगे तब इसी अगरबत्ती से आफ बाबा की पूजा करेंगे.  इस अगरबत्ती का नाम भी बासुकी रखा गया है.  यहां की महिलायें आपके चढाएं बेलपत्र और फूल से कैसे सुगंधित अगरबत्ती बना रही हैं. देखिए  द न्यूज़ पोस्ट की  इस खास रिपोर्ट में....

महिलाों की समूह कर रही अगरबत्ती का निर्माण 

जिला के जरमुंडी प्रखंड में जिला प्रशासन की ओर से अगरबत्ती का निर्माण कराया जा रहा है. जिसको लेकर ग्रामीण क्षेत्र में लगाता कार्य चल रहें हैं. बता दें कि इस अगरबत्ती में बासुकीनाथ मंदिर में चढ़ने वाले बेलपत्र और फूल से अगरबत्ती का निर्माण कराया जा रहा है. वहीं इस अगरबत्ती का नामांतरण भी बासुकी ब्रांड रखा गया है. अब आप जब भी बाबा की पूजा-अर्चना करने के लिए बासुकीनाथ मंदिर पहुंचे,तो ज़रूर बासुकी ब्रांड की अगरबत्ती ही खरीदे और बाबा को धुप दिखाए. 

महिला दीदियों द्वारा निर्मित बासुकी ब्रांड अगरबत्ती

इस अनोखी पहल के बारे में चर्चा करते हुए बीपीएम वरुण कुमार शर्मा ने बताया कि जिले के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला द्वारा दिए गए निर्देश पर इस कार्य की शुरूआत की गयी हैं. बासुकी ब्रांड इन अगरबत्ती को  महिला दीदियों द्वारा जरमुंडी प्रखंड के बेदिया में तैयार किया जा रहा है.

आय के स्रोत में हो रही बढ़ोतरी

इस ग्रुप में काम कर रही लेलून कुमारी बताती हैं कि गोंद, जैकेट्स, फूल और बेलपत्र मिलाकर मशीन से अगरबत्ती का निर्माण किया जा रहा है. वहीं दूसरी महिला दीदी सोनाली टूडू का कहना है कि पहले वह खेती और घर का काम किया करती थी, लेकिन अगरबत्ती निर्माण से उनकी आय का स्रोत बढ गया है. जिससे वे खेती के काम से ज्यादा कमा लेती हैं.

रिपोर्ट:सूतिब्रो गोस्वामी,जरमुंडी(दुमका)