दुमका(DUMKA)-इन दिनों संताल परगना प्रमंडल में मानवता को शर्मसार करने की घटना सुर्खियों में है. रविवार की रात साहेबगंज के राजमहल थाना क्षेत्र में तो सोमवार की रात दुमका के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में ऐसी घटना घटी जिसे सुनकर सभ्य समाज का सर शर्म से झुक जाए. दोनों जगह तथाकथित समाज के ठेकेदार ने तालिबानी फरमान सुनाया. साहेबगंज में प्रेमी युगल की सरेआम पिटाई की गई तो दुमका में शादीशुदा प्रेमी युगल को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया गया.
शादीशुदा प्रेमी युगल को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ ग्रामीणों ने नचाया सारी रात
दुमका की घटना की बात करें तो, सोमवार की शाम मुफस्सिल थाना के मयूरनाचा गांव में प्रमीणों ने शादीशुदा प्रेमी युगल को तथाकथित आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा. इस गांव का नाम मयूरनाचा क्यूँ पड़ा यह तो पता नहीं लेकिन पंचों के फरमान पर ग्रामीणों ने प्रेमीयुगल को ढोल नगाड़े की थाप पर रात भर नचाया. गांव में जब नंगा नाच हो रहा हो तो वीडियो बनाने वाले भला मौका कैसे चूकते. वीडियो बनाया और वायरल भी हुआ. ग्रामीणों की मंशा तो प्रेमी युगल को आस पास के गांव में भी घुमाने की थी लेकिन पड़ोसी गांव के लोगों ने इसका विरोध किया और पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची मुफस्सिल थाना की पुलिस ने दोनों को अपने संरक्षण में लेकर थाना आ गयी. महिला आदिवासी और पुरुष गैर आदिवासी है. दोनों शादीशुदा है. महिला के पति किसी मामले में जेल में बंद है. 3 बच्चों की परवरिश के लिए महिला मजदूरी करने घर से निकल पड़ी. उसी क्रम में उसकी पहचान बगल गांव के युवक से हुई जो राजमिस्त्री का काम करता है. महिला के आवेदन पर मुफस्सिल थाना में 4 नामजद सहित 40 से 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. इस मामले में 4 नामजद सहित 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई जिसमें ग्राम प्रधान और उसका बेटा भी शामिल है.
प्रेमी युवक की बेहोश होने तक की गई पिटाई
अब बात करते है इंसानियत को शर्मशार करने वाली दूसरी खबर जो साहेबगंज जिला के राजमहल थाना क्षेत्र का है. घटना रविवार रात की है. यहां भी ग्रामीणों ने एक शादीशुदा महिला को एक युवक के साथ पकड़ लिया. युवक की बेहोश होने तक जमकर पिटाई की गई. महिला को भी नहीं बख्शा गया. वीडियो बनाकर वायरल किया गया. सूचना पर पुलिस पहुंची और दोनों को ग्रामीणों के चंगुल से आजाद कराया.
समाज में सुरक्षित नहीं है बहु बेटियां
संताल परगना प्रमंडल में महिला हिंसा की यह कोई पहली घटना नहीं. आए दिन उस तरह के मामले सामने आते है. कई मामले तो गांव की चहारदीवारी में ही दबकर रह जाता है. ऐसे मामले को लेकर पूर्व मंत्री लुइस मरांडी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि झारखंड में जंगल राज है. जहां बहु बेटियां सुरक्षित नहीं है. उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसे मुद्दों को लेकर एक वर्ष से संघर्ष कर रही है.
आखिर समाज के ठीकेदारों का अपना कानून
अब सवाल उठता है कि जब बालिग को अपनी मर्जी से जीवन जीने का अधिकार है तो किसके शह पर तथाकथित समाज के ठीकेदार तालिबानी फरमान सुनता है. बहु बेटियों की इज्जत सरेआम नीलम की जाती है. आखिर समाज के ठीकेदारों को कानून का भय क्यों नहीं होता. क्यों संथाल परगना प्रमंडल में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति होती है. दुमका हो या साहेबगंज, सीएम हेमंत सोरेन का क्षेत्र माना जाता है. सीएम के जिला और विधान सभा मे कानून बीच चौराहे नीलम हो रही है.शासन और प्रशासन को ऐसे मामलों को लेकर गंभीर होने की जरूरत है. सही और गलत का फैसला कानून करेगी. आम लोग अगर कानून को हाथ में लेने लगे तो अराजकता फैलते देर नहीं लगेगी.
रिपोर्ट:पंचम झा,दुमका
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