सरायकेला ( SARAIKELA) - जिला विधिक सेवा प्राधिकार आम लोगों को कानूनी रूप से जागरूक करने, निःशुल्क कानूनी सहायता देने के साथ जन सेवा के कार्यों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं. सालों भर चलने वाले इस प्रयास के बीच इन दिनों आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत विशेष रूप से डीएलएसए द्वारा एक अभियान के तौर पर गांव गांव में विभिन्न कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
डीएलएसए ने पेश की मानवता व जनसेवा की अद्भुत मिसाल
इस पूरे अभियान के दौरान डीएलएसए ने मानवता व जनसेवा की ऐसी मिसाल पेश की है जिससे लोग मुक्तकंठ से प्रशंसा कर रहे है. डीएलएसए के प्रयास से खुले आसमान के बीच जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही ना सिर्फ एक मां की ममता दम तोड़ने से बच गई, बल्कि उसके दो दुहमुंहे बच्चे की सांसो की डोर भी लंबी हो गई.
दरअसल बीती देर रात करीब दस बजे चांडिल के जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पीएलवी (पारा लीगल वालंटियर) के द्वारा यह सूचना दी गई कि चांडिल बाजार में एक मानसिक रूप से बीमार महिला अपने दो नवजात शिशु के साथ लावारिस पड़ी हुई है. इस सूचना के तत्काल जिला विधिक सेवा प्राधिकार हरकत में आया और सचिव क्रांति प्रसाद के निर्देश पर स्थानीय पीएलवी मोहम्मद रमजान द्वारा स्थानीय लोगों की मदद से मानसिक रूप से बीमार मां और उसके दो नवजात बच्चों को तत्काल अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया और इलाज शुरू किया गया. डीएलएसए को सही समय पर सूचना प्राप्त होने तथा त्वरित गति से इलाज शुरू होने से मां और उसके बच्चे की स्थिति गंभीर होने से बच गई. आज सुबह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव क्रांति प्रसाद ने चांडिल जाकर बीमार मां और उनके नवजात शिशुओं का कुशलक्षेम जाना. उन्होंने चिकित्सकों से भी बात कर उन सभी के स्वास्थ्य के वास्तविक हालात के बारे में जानकारी प्राप्त की. चांडिल अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा बीमार मां और उसके बच्चों के बेहतर इलाज हेतु जमशेदपुर रेफर करने की सलाह दी गई. जिसके बाद डीएलएसए सचिव ने उपायुक्त अरवा राजकमल से बात कर पूरी वस्तु स्थिति की जानकारी दी तथा इसके बेहतर इलाज हेतु जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल रेफर करने का अनुरोध किया.
डीसी के प्रयास से जमशेदपुर के एमजीएम में इलाज शुरू
उपायुक्त अरवा राजकमल द्वारा इस दिशा में त्वरित कदम उठाते हुए बीमार मां उनके बच्चों को एंबुलेंस तथा अन्य सुविधाओं की व्यवस्था कर जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां बीमार मां और उसके नवजात बच्चों का इलाज बेहतर तरीके से किया जा रहा है. अभी बीमार मां और उसके बच्चों का हाल स्थिर बताया जा रहा है. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव के निर्देश पर पीएलवी मोहम्मद रमजान भी बीमार मां और उसके बच्चों का इलाज कराने हेतु जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल गए हैं और उनके इलाज की जानकारी रख रहे है.
डीएलएसए के प्रयासों की हर तरफ हो रही प्रशंसा
जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा किए जा रहे मानवतावादी प्रयास से आज न सिर्फ मां की ममता बल्कि उसके दुहमुंहे बच्चे सुरक्षित है. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रयासों का हर तरफ प्रशंसा हो रही है और लोग तहे दिल से शुक्रिया अदा कर रहे है. मालूम हो कि आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत जिला विधिक सेवा प्राधिकार अब तक करीब 80 गांवों में भ्रमण कर लोगों को सरकारी योजनाओं तथा विभिन्न कानूनों के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया हैं. जिसमें सभी पीएलवी और अन्य कार्यकर्ता गांव गांव जाकर कार्य में जुटे है.
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