धनबाद(DHANBAD): देश की कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया और उसकी अनुषंगी  इकाइयों के अधिकारियों को पीआरपी  यानी परफॉर्मेंस रिलेटेड पे भुगतान के लिए मैनेजमेंट ने किट्टी  फैक्टर जारी कर दिया है.  यह  फैक्टर एक सूत्र है, जिसका उपयोग पीआरपी  में प्रतिशत निर्धारित करने में किया जाता है.  यह अधिकारियों के परफॉर्मेंस के आधार पर निर्गत किया जाता है.  जानकारी के अनुसार कोल इंडिया ने जो किट्टी  फैक्टर जारी किया है.  उसमें सीएमडी - निदेशक के लिए 100% किट्टी  फैक्टर जारी किया गया है. वहीं E-9 के  अधिकारियों के लिए 90%, E-8 के अधिकारियों के लिए 80%, E-7 के लिए 70%,  E-6 के लिए 60%, E-5 एवं E- 4 के लिए 50% तथा  E-3 से E-1  के लिए 40% किट्टी  फैक्टर जारी किया गया है. अब कोयला अधिकारियों को भरोसा हो गया है कि 25 जून तक पी आरपी का भुगतान हो जाएगा. 

ईसीएल  को छोड़कर लगभग सभी कोयला कंपनियों की रेटिंग एक्सीलेंट है

ईसीएल  को छोड़कर लगभग सभी कोयला कंपनियों की रेटिंग एक्सीलेंट  है.  इसलिए अधिकारियों को बेहतर पीआरपी  की उम्मीद है.  बता दें कि ग्रेड के अनुसार जारी किट्टी  फैक्टर के आधार पर ही पीआरपी का अमाउंट तय किया जाएगा.  वैसे अन्य फैक्टर भी काम करेंगे, जैसे  कंपनी का परफॉर्मेंस, अधिकारी का निजी  परफॉर्मेंस आदि. कोयलांचल के कोलियरी  इलाकों में फिलहाल पीआरपी की ही चर्चा है.  अधिकारी  अपने  हिसाब से  गुणा -भाग कर रहे हैं, जानने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्हें पीआरपी  का भुगतान कितना मिलेगा. एक अनुमान के अनुसार कोयला अधिकारियों को तीन लाख  से लेकर 15 लाख  रुपए तक पीआरपी का भुगतान मिल सकता है. 2022-23 में कोल इंडिया की रेटिंग वेरी गुड थी.  लेकिन 23-24 में रेटिंग एक्सीलेंट है. 

पिछले साल से अधिक पीआरपी  का भुगतान मिलने की उम्मीद 
 
मतलब है कि पिछले साल से अधिक पीआरपी  का भुगतान होगा.  कोयला अधिकारी इसकी प्रतीक्षा कर रहे है. कोयलांचल की बात हो या कोल इंडिया की सभी अनुषंगी इकाइयों की बात करें. सभी जगह अभी अधिकारियों के पीआरपी यानी परफॉर्मेंस रिलेटेड पे की ही चर्चा है. बीसीसीएल समेत अधिकतर अनुषंगी कंपनियां की रेटिंग एक्सीलेंट मिली है. एक दो कंपनियां पिछड़ गई है. इस रेटिंग के अनुसार कोल इंडिया की आठ अनुषंगी कंपनियों में से सात का प्रदर्शन एक्सीलेंट माना गया है. सर्वाधिक स्कोर के साथ बीसीसीएल, सीएमपीडीआईएल एवं एनसीएल टॉप पर है. एक्सीलेंट रेटिंग वाली अनुषंगी कंपनियों के अधिकारियों को अधिक पीआरपी मिलने की उम्मीद है. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो