धनबाद(DHANBAD):  देश की कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया में अब मजदूर शब्द इतिहास हो जाएगा.  इसके लिए पत्र भी जारी कर दिया है.  यह काम कोल इंडिया ने अपने स्थापना के 50 साल पूरे होने के बाद किया है.  अब कोल इंडिया ने  कैटिगरी -1 के जनरल मजदूर का पदनाम बदलकर जनरल असिस्टेंट कर दिया है.  इससे  संबंधित अधिसूचना शुक्रवार को कोल इंडिया की ओर से महाप्रबंधक कार्मिक एवं औद्योगिक संबंध गौतम बनर्जी ने जारी कर दिया है. 

 सूत्र बताते हैं कि जनरल मजदूर का पद नाम बदलने का फैसला जेबीसीसीआई- 11 की चौथी मानकीकरण समिति की बैठक में लिया गया.  ट्रेड यूनियन नेताओं का भी जोर था कि मजदूर शब्द को हटा दिया जाए.  तर्क यह दिया गया  कि फिलहाल पढ़े-लिखे ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, डिप्लोमा, डिग्री  वाले भी कैटिगरी -1 की नौकरी ज्वाइन कर रहे है.  जमीन के बदले नियोजन एवं अनुकंपा के आधार पर नौकरी पाने वाले कई उच्च शिक्षा प्राप्त होते है. 

 इन लोगों को जनरल मजदूर कहलाना  पसंद नहीं है.  इसलिए पदनाम बदल दिया गया है.  यह कहना यहां गलत नहीं होगा कि कोयला उद्योग का जब राष्ट्रीयकरण हुआ था.  उस समय से ही कैटिगरी -1 को जनरल मजदूर के नाम से जाना जाता था.  अब इसका नाम बदलकर जनरल असिस्टेंट कर दिया गया है.  हालांकि सिर्फ पदनाम  बदला है.  काम तो जनरल मजदूर का ही रहेगा.   जनरल मजदूर को सम्मान देने की एक पहल  की गई है. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो