देवघर(DEOGHAR): देवघर ही नहीं झारखंड के सभी जिलों में प्रभारी मंत्रियों की घोषणा नहीं हुई है. जिला के जो प्रभारी मंत्री रहते हैं. वहीं 20 सूत्री के अध्यक्ष कहलाते हैं, लेकिन देवघर में बिना गठन के ही सूत्री के उपाध्यक्ष का नाम और पद अभी भी वही है. इस मुद्दे पर जिला प्रशासन क्यों चुप है यह समझ से परे है जबकि कोई भी सरकारी कार्यक्रम होता है तो मंच साझा करने का 20 सूत्री उपाध्यक्ष को निमंत्रण भी दिया जाता है. हम बात कर रहे हैं कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष और वर्तमान में अपने आप को उपाध्यक्ष कहने वाले मुन्नम संजय की.
उपाध्यक्ष पर अपने पद का गलत उपयोग और सरकारी तंत्र से उगाही का लग रहा है आरोप, अविलंब हटाने की मांग
देवघर जिला के 20 सूत्री उपाध्यक्ष अपने आप को बताने वाले मुन्नम संजय पर बीजेपी वाले कई गंभीर आरोप लगा रहे हैं. बीजेपी नेता का मानना है कि गलत तरीके से अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं और 20 सूत्री के नाम पर सरकारी तंत्र से उगाही कर रहे हैं.बताते चलें कि देवघर के प्रभारी मंत्री चम्पई सोरेन पिछली सरकार में हुआ करते थे लेकिन वह फिलहाल अभी एक विधायक के अलावा कुछ नहीं है.पिछली सरकार के कार्यकाल समाप्त होने के बाद नई सरकार का गठन भी हो गया है.पिछली सरकार का कार्यकाल खत्म होने से देवघर में 20 सूत्री समिति भंग हो गई. दोबारा सरकार गठन हुआ है लेकिन अभी तक सरकार के स्तर से प्रभारी मंत्रियों की सूची का नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है.ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि देवघर के 20 सूत्री उपाध्यक्ष अपने आप को अभी तक क्यों कह रहे हैं.
जिला प्रशासन की मनसा पर सवाल उठ रहे हैं
इस संबंध में मुन्नम संजय से फोन पर बात करना चाहा लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ.20 सूत्री उपाध्यक्ष के लिए जिला प्रशासन द्वारा एक कार्यालय भी आवंटित किया गया है.जब समिति ही भंग हो गई तो उनका नेम प्लेट अभी भी सरकारी दफ्तर में टंगा हुआ है.ऐसे में जिला प्रशासन की मनसा पर सवाल उठ रहे हैं. बीजेपी नेता ने झारखंड सरकार से अविलंब गलत पद का दुरूपयोग करने वाले पर कार्यवाई और प्रभारी मंत्रियों की सूची जारी करने की मांग की है.इतना ही नही सरकार का लोगो का भी इस्तेमाल इनके द्वारा किया जा रहा है.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा
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