धनबाद(DHANBAD): कतरास के सिजुआ में संचालित आउटसोर्सिंग कंपनी ने अपना काम बंद कर दिया है. नो वर्क -नो पे का नोटिस चिपका दिया है. जानकारी के अनुसार तेतुलमारी कोलियरी में संचालित चेन्नई राधा प्राइवेट लिमिटेड के लीज होल्डर एलएलपी आउटसोर्सिंग कंपनी ने मंगलवार से अपना काम बंद कर दिया है. नो वर्क -नो पे के नोटिस के बाद कर्मियों में हड़कंप है. वैसे तो कंपनी सूत्रों का कहना है कि बीसीसीएल ने जमीन उपलब्ध कराने में कोताही बरत रही है. 44 बार पत्राचार किए जाने के बाद भी बीसीसीएल ने जमीन उपलब्ध नहीं कराई है. लेकिन सूत्र बताते हैं कि सिर्फ जमीन ही वजह नहीं है. असली वजह का अभी खुलासा नहीं हुआ है. धीरे-धीरे खुलासा हो सकता है.
वैसे प्रबंधकीय सूत्र कहते हैं कि बीसीसीएल ने जमीन उपलब्ध नहीं कराई , डंपिंग के लिए भी जमीन नहीं मिल रही है. कुछ घरों को शिफ्टिंग करने के लिए प्रबंधन से कहा गया था. वह भी नहीं किया गया. नियमित बिल का भुगतान भी नहीं हो रहा है. इन्हीं सब कारणों से बंद करने का निर्णय लिया गया है. हालांकि बीसीसीएल प्रबंधन का कहना है कि आउटसोर्सिंग कंपनी को जमीन जल्द उपलब्ध करा दिया जाएगा और मामले को सुलझा लिया जाएगा. तो क्या आउटसोर्सिंग कंपनियां अब इतनी ताकतवर हो गई है कि वह बीसीसीएल को आंख दिखा रही है. या फिर क्या बीसीसीएल आउटसोर्सिंग कंपनियों को बताये शर्तों के अनुसार उन्हें सुविधाएं नहीं दे रही है. यह सब ऐसे सवाल हैं, जिनके उत्तर की कोयलांचल प्रतीक्षा कर रहा है.
वैसे कहा जाए तो अभी आउटसोर्स कंपनियां सभी के निशाने पर है. सुरूंगा का मामला विधानसभा में उठने के बाद जमीन नापी का काम शुरू किया गया है. इस मामले को विधानसभा में सिंदरी के विधायक चंद्रदेव महतो ने उठाया था. फिर बाद में विधायक अरूप चटर्जी सहित कई विधायकों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर कोयलांचल की आउटसोर्सिंग कंपनियों की क्रियाकलाप की जांच की मांग की थी. विधायकों की मांग थी कि एक समिति बनाकर जांच कराई जाए कि रैयतों को किस तरह से बीसीसीएल की आड़ में आउटसोर्स कंपनियां परेशान कर रही है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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