पाकुड़ (PAKUR): पाकुड़ जिले के हिरणपुर स्थित लोटस टेंपल का दृश्य कुछ ऐसा था, जिसने हर किसी को भावविभोर कर दिया. जहाँ एक ओर दुनिया रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध की खबरों से व्यथित है, वहीं दूसरी ओर उसी रूस और यूक्रेन के नागरिक भारत की धरती पर एक साथ राधा-कृष्ण के प्रेम में लीन होकर हरि नाम संकीर्तन कर रहे थे.

अमेरिका, रूस और यूक्रेन के भक्तों ने मिलकर जब “हरे कृष्ण, हरे राम” का संकीर्तन आरंभ किया, तो पूरा परिसर एक अद्भुत ऊर्जा से भर गया. घनघनाते मृदंग, झंकारते करताल और राधा-कृष्ण के नाम की स्वर-लहरियों में मानो समूचा वातावरण भक्तिरस में भीग गया.

लक्ष्मी पूजा की रजत जयंती पर आयोजित इस कीर्तन में आसपास के गाँवों से हजारों लोग उमड़ पड़े. बच्चे, महिलाएँ, बुजुर्ग सभी उस अलौकिक क्षण के साक्षी बने, जब सीमाएँ मिट गईं, भाषाएँ एक हो गईं और केवल प्रेम, संगीत और आस्था का स्वर शेष रह गया. किसी ने सही कहा है जहाँ युद्ध रचते हैं दीवारें, वहाँ भक्ति जोड़ती है दिल. लोटस टेंपल का यह दृश्य सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि विश्व शांति और एकता का जीवंत प्रतीक बन गया.

रिपोर्ट:नंद किशोर मंडल, पाकुड़