रांची(RANCHI): पलामू के हैदरनगर पीएचसी में अवैध वसूली का खेल, गरीब मरीजों की जेब पर डाका शीर्षक एक दैनिक अख़बार में खबर छपी. जिसके बाद एक तरफ पलामू उपायुक्त ने जाँच का आदेश दिया तो वहीं दूसरी तरफ पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने मंत्री पर सवाल खड़ा करते हुए पोस्ट लिखा है. जिसमें उन्होंने सीधे लिखा की बार-बार गरीबों को लूटने से अच्छा है एक बार बैंक ही लूट लीजिये.
मैं तो मंत्री श्री @IrfanAnsariMLA जी से कहूँगा जनता को धीरे धीरे लूटने में आपको समय लग रहा होगा सीधे बैंक में डाका डालो और ग़रीब को बकस दो ..
— Bhanu Pratap Shahi (@ShahiPratap) August 20, 2025
कोई नियंत्रण नहीं रील 🧵 मंत्री का विभाग पर ..@BJP4Jharkhand @yourBabulal @bjpkarmveer @LKBajpaiBJP pic.twitter.com/VPtZ8pJxAJ
दरअसल पलामू के हैदरनगर PHC में एक बच्ची का इलाज कराने उनके परिजन पहुंचे थे.लेकिन जाँच के बाद पैसे की मांग की गई. पीड़ित बच्ची की दादी फिरोजा बेगम ने बताया कि वे नतनी को बुखार का इलाज कराने पीएचसी आई थीं. चिकित्सक ने जांच कराने की बात कही, लेकिन लैब टेक्नीशियन शकील अहमद ने जांच के नाम पर 800 रुपये की मांग की और कहा कि रिपोर्ट बाहर से लानी होगी. उन्होंने आरोप लगाया कि यह पूरी तरह गलत था क्योंकि सरकारी अस्पताल में जांच सुविधा उपलब्ध नहीं होने पर डॉक्टर को रेफर करना चाहिए था.
इस मामले में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री भानु प्रताप शाही ने लिखा है कि गरीबो को हर दिन क्यों लूटते हो इससे बढ़िया एक बार बैंक को लूट लीजिये मंत्री जी.
🚨#हैदरनगर PHC मे अवैध वसूली का खेल! बना लूट का अड्डा!
— Anku Singh Rana (@iAnku_Singh) August 19, 2025
सरकारी अस्पताल मे गरीब मरीजों से लैब टेक्नीशियन द्वारा ₹800 तक वसूले जा रहे हैं।
निशुल्क इलाज व जांच के नाम पर गरीबों के साथ शोषण
मा• स्वास्थ्य मंत्री @IrfanAnsariMLA जी संज्ञान ले।
जांच कब होगी @DC_Palamu @HLTH_JHARKHAND❓ pic.twitter.com/vtbZ15UnYa
वहीं इस मामले में सोशल एक्टिविस्ट के ट्वीट पर DC ने मामले को संज्ञान में लिया है. अंकु सिंह ने इसे पोस्ट कर जाँच की मांग की थी. जिसके बाद पलामू उपायुक्त ने जाँच का आदेश दिया है.
पूरे मामले में जांच टीम के प्रभारी डॉ. विनेश राम ने बताया कि प्रथम दृष्टया लैब टेक्नीशियन की गलती प्रतीत होती है. वह किसके कहने पर यह काम कर रहा था. इसकी जांच की जा रही है. टीम ने डॉ. ज्योतिष कुमार व पीड़ित परिजनों का बयान दर्ज कर लिया है. पूरी रिपोर्ट तैयार कर सिविल सर्जन को भेजी जाएगी. जांच टीम में डॉ. शशि भूषण, बीपीएम विभूति कुमार गुप्ता व प्रखंड लेखा प्रबंधक सुधांशु शामिल रहे.
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