धनबाद (DHANBAD): धनबाद मंडल कारा घनी आबादी के बीच हो गया है. सुरक्षा के दृष्टिकोण से धनबाद मंडल कारा को दूसरी जगह शिफ्ट करने की जरूरत होगी. जेल बाउंड्री से सटे मकान बन गए है. ऐसे में जेल की सुरक्षा पर भी खतरा हो सकता है. 2016 में इस जेल की शिफ्टिंग की बात हुई थी, वह पता लगाएंगे कि मामला कहा ठहर गया है. यह कहना है झारखंड के जेल आईजी सुदर्शन मंडल का. सुदर्शन मंडल शुक्रवार को धनबाद मंडल कार का निरीक्षण किया. तीन घंटे तक उन्होंने जांच की.
इस दौरान जेल आईजी कारा के अधिकारियों एवं कर्मियों से जेल के संसाधनों, व्यवस्था, कार्य के दौरान आनेवाली परेशानियों के संबंध में जानकारी ली. जेल आईजी बंदियों से मिलकर उनकी समस्याओं को भी जाना. कारा के अंदर उन्हें मिल रहे भोजन एवं उसकी गुणवता, स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्था को लेकर भी पूछताछ की. जेल आईजी ने बताया कि जेल में व्यवस्थाएं, जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यह निरीक्षण किया गया है. इससे पहले चास में किया गया और आज धनबाद मंडल कारा पहुंचे. चास कारा की तरह ही धनबाद जेल में भी व्यवस्थाएं संतोषजनक पायी गई हैं.
धनबाद जेल में स्थायी अधीक्षक, जेलर, असिस्टेंट जेलर नहीं हैं. वार्डन की भी कमी है. दूसरी ओर उन्होंने जेल की सुरक्षा के संदर्भ में बताया कि धनबाद जेल रेसीडेंसियल इलाके से घिरा है. जेल की बॉउंड्री बिल्कुल घरों से सटी हुईं है. ऐसे में जेल की सुरक्षा को तय कर पाना काफ़ी कठिन है और कोई भी सामान जेल के अंदर आसानी से पहुंच सकती है. मॉडल जेल के नॉर्म्स के मुताबिक धनबाद जेल का एरिया काफ़ी कम है.ऐसे में जरुरी है कि जेल ऐसे जगह पर शिफ्ट हो, जहां जेल का एरिया बड़ा हो. वर्ष 2016 में धनबाद के गोविंदपुर में जेल के नए भवन के लिए जमीन देखी भी गई थी. उस मामले में आगे और जानकारी ली जाएगी.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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