रांची (RANCHI): झारखण्ड में अब तक नेता, अधिकारी और कारोबारी को ED धन शोधन के मामले में गिरफ्तार कर रही थी. लेकिन अब नक्सली भी ईडी की रडार पर है.इसमें पहली बड़ी कार्रवाई भी देखने को मिली जब PLFI सुप्रीमो दिनेश गोप को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया.अब इसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की तैयारी चल रही है. फ़िलहाल 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. बता दे कि दिनेश गोप अन्य मामलों में पहले से जेल में बंद है. फ़िलहाल वह पलामू सेंट्रल जेल में है. ऐसे में अब और भी मुश्किल दिनेश गोप की बढ़ने वाली है. साथ ही इसके करीबी और पैसा इन्वेस्ट करने वालों की भी सामत आने वाली है.
सबसे पहले जान लीजिये कि आखिर दिनेश गोप कौन है.दिनेश गोप का नाम ही खौफ का दूसरा नाम माना जाता है. इसपर 150 से ज्यादा मुक़दमे अलग-अलग जिलों में दर्ज है. झारखण्ड के मोस्ट वांटेड की लिस्ट में शामिल है. लम्बे समय से यह झारखण्ड से फरार चल रहा था.लेकिन आखिर में नेपाल से ATS ने इसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. दिनेश के आतंक का अंदाजा इस बात से लगा सकते है कि पुलिस को इसे पकड़ने में पसीने छूट गए.हमेशा यह अपना लोकेशन बदलता रहता था. आखिर कार ATS की इंट्री हुई और फिर नेपाल में छुपे होने की खबर मिली. इसके बाद 21 मई 2023 को इसे गिरफ्तार करने के बाद रांची लाया गया. उसके बाद से अब तक जेल में ही कैद है.सुरक्षा कारान से बिच बिच से जेल से ट्रांसफर होता रहा है.
दिनेश गोप रांची से 30 किलोमीटर दूर खूंटी जिला के जरियागढ़ थाना क्षेत्र के एक छोटे से गांव लापा मोरहाटोली का रहने वाला है और इसी गांव से इसकी PLFI की नींव रही और फिर संगठन ने आतंक मचाना शुरू किया. इस संगठन के पास हाई तक हथियार और लग्जरी गाड़ियां है. ऐसी गाड़ी जो जंगल और पहाड़ में आराम से चल सके. लेकिन अब इसका साम्राज्य ख़त्म होता दिख रहा है.पहले ATS और अब ED ने इसपर शिकंजा कस लिया है.
पहले से जेल में बंद दिनेश पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है. करीब 20 करोड़ रूपये की सम्पत्ति गलत तरीके से कमाए पैसे से अर्जित की गई है. जिसमें ईडी 2023 में भी दिनेश से पूछताछ कर चुकी है. अब इस मामले में टेरर फंडिंग नया ECIR(ENFORCEMENT CASE INFORMATION REPORT) दर्ज कर जाँच शुरू किया. जिसमें अब दिनेश गोप को आखिर कार गिरफ्तार कर लिया है. बीते बुधवार 20 अगस्त को वीडियोकॉन्फ्रेंसिंग जरिए कोर्ट में पेश किया गया. जहाँ कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
अब ईडी जाँच को आगे बढ़ाने के लिए दिनेश गोप को रिमांड पर ले सकती है. इससे पूछताछ की जाएगी।जिसके बाद इससे जुड़े अन्य लोगों पर दबिश देखी जा सकती है. ऐसे में कई लोग दिनेश गोप से जुड़े ईडी की रडार पर है.सभी पर गिरफ़्तारी की तलवार लटक रही है.
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