दुमका (DUMKA) : दुमका के फूलो झानो मेडिकल कालेज अस्पताल में प्रसव के बाद प्रसूता की मौत हो गई. परिजनों ने डॉ पर लापरवाही का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया. आखिरकार परिजन बगैर पोस्टमार्टम कराए शव लेकर चले गए.

दरअसल सोमवार की देर रात मुनमुन दास ने आपरेशन से बेटी को जन्म दिया. मंगलवार की सुबह  मुनमुन दास की मौत हो गई. घरवालों ने आपरेशन करने वाली महिला डाक्टर  पर लापरवाही बरतने और गलत दवा देने का आरोप लगाते हुए करीब चार घंटे तक अस्पताल में हंगामा किया. नगर थाना की पुलिस के आने के बाद लोगों का गुस्सा कुछ कम हुआ. घरवालों ने अधीक्षक से उन दवाईयों का पर्चा लिया, जो महिला को दी गई थी. अस्पताल प्रबंधन के कहने के बाद भी घरवाले शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए तैयार नहीं हुए. अधीक्षक ने एंबुलेंस से शव को घर भेजकर मामला शांत कराया.

अचानक मुंह से झाग निकलने के बाद हुई मौत

मंगलवार की सुबह करीब छह बजे अचानक प्रसूता की तबीयत बिगड़ गई और मुंह से झाग निकलने के बाद दम तोड़ दिया. मौत के बाद घरवालों ने जमकर हंगामा किया. उनका कहना था कि डाक्टर की लापरवाही की वजह से महिला की मौत हुई, जब तक दोषी पर कार्रवाई नहीं होगी, शव लेकर नहीं जाएंगे.

घरवालों ने अपने कब्जे में लिया दी गई दवा का पर्चा

महिला की मौत के बाद पति दयाल चंद्र दास और उनके घरवालों का कहना था कि डाक्टर ने गलत दवा दी है. जिसके कारण महिला की मौत हो गई. सभी ने अधीक्षक से बात की और वो पर्चा लिया, जिसमें दवा लिखी हुई थी. उनका कहना था कि दवा की जांच कराने के बाद ही तय होगा कि आगे क्या करना है.

मरने के बाद भी चढ़ती रही स्लाइन

अस्पताल प्रबंधन भले ही इलाज में लापरवाही की बात से इनकार करे लेकिन लापरवाही का आलम यह था कि महिला की मौत के बाद भी उसे स्लाइन चढ़ता रहा. किसी ने भी स्लाइन हटाने की कोशिश नहीं की. लोगों का कहना था कि इससे बड़ी लापरवाही क्या होगी, जब मृत महिला के हाथ से स्लाइन हटाना जरूरी नहीं समझा गया. इस पर अस्पताल प्रबंधन का कहना था कि हंगामा के कारण नर्स चली गई. इसलिए मौत के बाद स्लाइन को हटाया नहीं जा सका.

क्या कहना है अधीक्षक का

इस बाबत PJMCH के अधीक्षक डॉ ए के चौधरी का कहना है कि इलाज में डाक्टर की कोई लापरवाही नहीं है. मौत का कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम कराने को कहा गया तो घरवाले तैयार नहीं हुए. जब पोस्टमार्टम ही नहीं तो किस आधार पर आगे की जांच कराई जा सकती है. उनका कहना है कि आपरेशन के बाद परिजन द्वारा महिला को पानी पिलाने की वजह से गैस बन जाने से उसकी मौत हुई होगी.