जमशेदपुर(JAMSHDPUR):एक समय था जब रेडियो का जमाना हुआ करता था. लोग समाचार से लेकर गाने तक रेडियो पर सुना करते थे. पुराने जमाने में मनोरंजन का यह काफी मशहूर जरिया था, लेकिन बदलते दौर के साथ रेडियो चकाचौंध की दुनिया में खो सा आ गया है लेकिन आज रेडियो दिवस के मौके पर हम आपको रेडियो के एक अनोखे दीवाने के बारे में बताएंगे, जिनके पास आज भी हर जमाने के रेडियो का संग्रह हैं.जमशेदपुर के कदमा निवासी चिन्मया महतो जिन्होंने अपने घर को ही रेडिओ का संग्राहलय बना दिया है.
घर है कि रेडियो का खदान
आपको बताये कि चिन्मया महतो रेडियो के शौकीन रहें है, और आज भी इनके घर पर 1957 से लेकर अब तक का सभी रेडियो इनके यहां मिल जाएगा, ज़ब रेडियो रखने पर लाइसेंस लेने पड़ता था, तब से चिन्मया महतो रेडिओ रख रहे है, 1980 के दशक मे इनके यहां रेडिओ सुनने के लिए सैकड़ो की संख्या मे लोग इक्क्ठा हुआ करते थे.इन्होने 1057 से लेकर आज तक के जमाने का रेडियो अपने आवास मे रखे है.
जमशेदपुर के इस शख्स के पास है विभिन्न मॉडल के 655 रेडियो
वहीं चिन्मया महतो ने बताया कि जबसे प्रधानमंत्री का मन की बात कार्यक्रम की शुरुआत हुई तब से एक बार फिर लोगों मे रेडियो का क्रेज बढ़ा है.अब ग्रामीण इलाकों मे भी रेडियो का क्रेज देखा जा रहा है, सरकारी योजनाओ का प्रसारण रेडियो पर आने लगा है.आपको बताये कि 1957 से लेकर अब तक चिन्मया महतो को देश के साथ साथ विदेशों मे भी रेडियो की वजह से सम्मानित किया जा चुका है.
पढ़ें अनोखी दिवानगी की वजह
चिन्मया महतो जब पांच साल के थे, तो उनके पिता बर्मा से एक रेडियो लाकर दिया था,उस समय से ही चिन्मया महतो को रेडियो का शौक हुआ और आज तक उनका शौक बरकरार है. आज के दिन 1057 से लेकर आज तक चिन्मया महतो के पास 655 रेडियो मौजूद है. सभी रेडिओ को उन्होंने अपने घर के एक ही रूम मे रखा है.
रिपोर्ट-रंजीत ओझा
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