रांची(RANCHI): झारखंड की घाटशिला विधानसभा उप चुनाव में उम्मीदवार के चयन को लेकर झामुमो में घमासान मच गया है. रामदास सोरेन के बाद अब अब किसे झामुमो टिकट देगी यह सस्पेंस बरकरार है. इसी बीच चर्चा शुरू हुई की सोमेश सोरेन के नाम पर मुहर लग गई बस आधिकारिक घोषणा होना बाकी है. लेकिन इस बीच सोमेश के रास्ते में विक्टर सोरेन आ गए, और सोमेश सोरेन का पत्ता काट दिया. ऐसे में दूसरे विकल्प पर अब चर्चा शुरू हो गई.

दरअसल विक्टर सोरेन कोई और नहीं है बल्कि रामदास सोरेन के परिवार के ही सदस्य है. रामदास सोरेन के भतीजे है. हमेशा रामदास सोरेन के साथ ही रहते थे. चाहे संगठन का काम हो या मंत्रिमंडल में कोई काम सब में सोमेश चाचा रामदास सोरेन का हाथ बटाते थे. ऐसे में जब उनका निधन हुआ और चुनाव की अटकले तेज हुई. साथ ही उम्मीदवार चयन करने को लेकर चर्चा शुरू कर दी इसके बाद ही विक्टर ने बगावत कर दिया और सोमेश के रास्ते में आ गए.

बताया जा रहा है कि विक्टर सोरेन इस बात पर राजी है कि रामदास सोरेन की पत्नी चुनाव लड़ेंगी तो वह साथ रहेंगे. लेकिन अगर भाई सोमेश को टिकट दिया जाता है तो चुनाव में माहौल बदल सकता है. उन्होंने यह बात आलकामन तक पहुंचा दी है. जिसके बाद अब उम्मीदवार के घोषणा में देर हो रही है. चर्चा है कि सीएम सोरेन हो सकता है कि सोमेश को होल्ड कर रामदास सोरेन की पत्नी को चुनाव मैदान में उतार सकते है. जिससे पार्टी में किसी तरह से कोई बगावत ना. चर्चा यह भी है कि चुनाव मे कौन उम्मीदवार उतरेगा इसके लिए 15 अक्टूबर को रांची में होने वाली बैठक में घोषणा किया जाएगा.

वहीं अब भाजपा की बात कर ले तो यहां भी टिकट किसे मिलेगा अभी तस्वीर साफ नहीं हुई है. हालांकि मजबूत दावेदारी बाबूलाल सोरेन की ही मानी जा रही है. जल्द ही भाजपा इसपर मुहर लगा सकती है. चुनाव की तैयारी में सभी नेता लग गए है. जल्द तस्वीर सामने दिख सकती है.