धनबाद (DHANBAD) : बिजली विभाग में काम करने वाले बी टेक अथवा डिप्लोमा धारी कर्मियों के लिए एक अच्छा मौका है. वह अस्सिटेंट इंजीनियर अथवा जूनियर इंजीनियर बन सकेंगे. लेकिन इसके लिए उन्हें ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड की ओर से आयोजित आंतरिक परीक्षा पास करनी होगी. बता दें कि अस्सिटेंट इंजीनियर या जूनियर इंजीनियर के लिए धनबाद सहित पूरे झारखंड से 127 कर्मियों ने आवेदन किया है. 9 अक्टूबर को आंतरिक परीक्षा होगी. इस आंतरिक परीक्षा में सफल कर्मियों को सीधे अस्सिटेंट इंजीनियर या जूनियर इंजीनियर में नियुक्ति की जाएगी .
असिस्टेंट इंजीनियर-जूनियर इंजीनियर की है भारी कमी
यहां यह कहना गलत नहीं होगा कि फिलहाल ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड में असिस्टेंट इंजीनियर अथवा जूनियर इंजीनियर की भारी कमी है. एक आंकड़े के अनुसार 70% से अधिक पद खाली पड़े हुए है. किसी भी जिले में एक अधिकारी के जिम्मे तीन से चार क्षेत्र है. इससे कार्य प्रभावित होता है. इधर, यह भी बता दें कि ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड में लाइनमैन की भी भारी कमी है. शायद ही किसी जिले में परमानेंट लाइनमैन कार्यरत होंगे. सभी जिलों में मैन डेज कर्मी काम कर रहे हैं और इसका नतीजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है. क्योंकि उन्हें कोई भय नहीं होता.
अगर पोल से लाइन बिगड़ जाए तो झेलिये परेशानी
अगर पोल से लाइन बिगड़ जाए और आप शिकायत दर्ज कराते हैं, तो वह आते तो जरूर हैं, लेकिन बिना "दक्षिणा" लिए काम नहीं होता. इधर, ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड में बिजली बिल की समस्या भी बनी हुई है. सभी जगह प्री पोस्ट मीटर नहीं लगे हुए है. जहां नहीं लगे हुए हैं, वहां के उपभोक्ताओं को रेगुलर बिल नहीं मिल रहा है. जहां प्री पेड मीटर लगे हुए हैं, उन उपभोक्ताओं की अलग ही परेशानी है. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि बिजली उपभोक्ता परेशान है. निर्वाध बिजली तो झारखंड में पहले भी सपना थी और आज भी सपना है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो

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