धनबाद (DHANBAD) : बड़े बाप के "बिगडै़ल बेटे "जब धनबाद की सड़कों पर चलते हैं, तो कानून को अपने ठेंगे  पर समझते है. उनकी करतूत से किसको कितनी परेशानी होती है, कितनी सड़क दुर्घटनाएं हो जाती हैं, इसका उनको तनिक प्रवाह नहीं रहता. रहेगा भी कैसे, चांदी के चम्मच मुंह में लेकर जो इस दुनिया में आए है. यह अलग बात है कि पुलिस अभियान चलाती है, धर-पकड़ होता है, बावजूद उनकी करतूत खत्म नहीं होती. महंगी- महंगी गाड़ियों पर प्रतिबंधित लाइट लगाकर रोड पर चलते है. यह नहीं समझने कि उनकी गाड़ियों की लाइट से सामने वाले वाहन चालक को क्या परेशानी होती है? अगर दोपहिया वाहन पर वह सवार हैं, तब भी उनकी करतूत अजीब-अजीब होती है. बाइक में प्रेशर हॉर्न लगाकर सड़क पर चलते है. लहरिया कट बाइक चलाते है. बाइक की गति भी इतनी तेज होती है कि लोग अचंभित और आश्चर्यचकित हो जाते है. खुद को बचाने में हाथ -पैर तुड़वा लेते है.

लहरिया कट बाइक चलाने वालों का भी काम उत्पात नहीं रहता 
 
कई दुर्घटनाएं इस वजह से होती है.  बात इतनी ही नहीं है, कीमती वाहनों में काला शीशा   लगाकर चलना तो एक फैशन हो गया है.  ट्रैफिक पुलिस दिन में तो सड़क पर दिखती है, चेकिंग करते नजर आ जाती है, लेकिन रात में वह कहीं दिखती नहीं है.  नतीजा होता है कि रात में सड़कों पर मनमर्जी करने वालो का   कब्जा रहता है. एसएसपी प्रभात कुमार ने कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही लोगों को भरोसा दिया था कि पुलिस सड़क पर दिखेगी.  मनचलों को मनमानी की छूट नहीं मिलेगी.  गुरुवार की रात धनबाद में कुछ ऐसा ही  एक्शन दिखा.  इससे  बड़े बाप के बिगड़ैल  बेटों के मन में डर  जरूर समा गया होगा.  दो आईपीएस अधिकारी टीम के साथ गुरुवार की रात सड़क पर थे.  वाहनों की चेकिंग हो रही थी.  कारण पूछा जा रहा था कि इतनी रात सड़क पर निकलने की वजह क्या है?

सिटी एसपी और ग्रामीण एसपी की अगुवाई में चला अभियान 

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण ) एवं पुलिस अधीक्षक (नगर) के नेतृत्व में धनबाद थाना एवं बैंकमोड़ थाना के संयुक्त तत्वाधान में रेलवे स्टेशन  के मुख्य द्वार की ओर गुरुवार की देर रात सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया. वाहन चेकिंग के दौरान एक वाहन का काला फ़िल्म उतरवाकर प्रावधान के अनुरूप जुर्माना लगाया गया. 3 बिना नंबर प्लेट वाले मोटरसाइकिल एवं नशे की हालत में होंडा सिटी  कार चला रहे चालक को गाडी के साथ थाना लाया गया. इन सभी के खिलाफ MV एक्ट की धाराओ में अग्रेतर कार्रवाई  की जा रही है. इधर, शुक्रवार को जमशेदपुर के एक व्यक्ति ने बातचीत के क्रम में बताया कि प्रभात कुमार जब जमशेदपुर के एसएसपी थे तो यह अभियान लगातार चलता रहा. इससे कानून तोड़कर सड़क पर दौड़ने वाले वाहन मालिक और चालकों में भय का वातावरण बन गया था. धनबाद में भी यह  अभियान शुरू हुआ है. इसकी अगर निरंतरता बनी रहे तो सड़क पर बड़े बाप के बिगड़ैल  बेटे शराब पीकर गाड़ी हांकने, सड़क पर चलने वाले लोगों को चींटी-माटा समझने वाले अपनी "औकात" में दिखेंगे. 

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो