रांची(RANCHI): एक ओर जहां मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत कुछ लाभूक महिलाओं को योजना का लाभ मिल रहा है, वहीं कुछ महिलाएं ऐसी भी है जो इस आस में है की कब सत्यापन की प्रक्रिया पुरी होगी और कब उन्हें मंईयां सम्मान योजना कि अप्रैल महीने की किस्त मिलेगी? वहीं दूसरी ओर ऐसा लग रहा है कि राज्य की महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना की प्रोत्साहन राशि के साथ ही स्वावलंबी बनाने में भी सरकार खूब ध्यान दे रही है. हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना लाभार्थिंयों के लिए कैसे वरदान साबित हो रही हैं. दरअसल मंईयां सम्मान योजना के तहत ही महिलाओं को स्वावलंबी बनने का भी अवसर मिल रहा है, जहां अंडा उत्पादन से लेकर बकरी पालन जैसे अवसर मिल रहे हैं. आकड़ों की बात करें तो मई 2025 तक मंईयां सम्मान योजना के 6,844 लाभुकों के बीच 2,13,409 चूजों का वितरण किया गया है, वहीं 1,347 लाभुकों के बीच 18,819 बतख और 1,522 लाभुकों के बीच 5,253 बकरियों का वितरण किया गया है.

इधर हाल ही में उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना से स्वावलंबन, Potential Entrepreneurship Programme और अबुआ ग्रुप से संबंधित ऑनलाइन समीक्षा बैठक की है जिसमें कई पदाधिकारी मौजूद थे.

बैठक के दौरान उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी, मंजूनाथ भजन्त्री द्वारा प्रखंडवार मंईयां सम्मान से स्वालंबन एवं अबुआ ग्रुप्स की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गए हैं जिसमें उन्होंने मंईयां सम्मान से स्वालंबन योजना अंतर्गत अंडा उत्पादन एवं बकरी पालन की सिस्टमैटिकली मॉनिटरिंग के निर्देश दिये हैं. प्रखण्डवार मुर्गी, बतख एवं बकरी पालन हेतु लाभुकों को चूजे एवं बकरी वितरण की समीक्षा करते हुए उपायुक्त द्वारा ज्यादा लाभुकों को योजना का लाभ सुनिश्चित कराने का निर्देश भी दिया गया है. बैठक में मंजूनाथ भजन्त्री ने त्रुटियों को और समस्याओं के भी जल्द से जल्द निष्पादन की बात कही है.