TNP DESK: अभी के भाग दौड़ भरी जिंदगी में हाइपरटेंशन एक गंभीर समस्या बन चुकी है. जहां विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर साल लाखों लोग हाई ब्लड प्रेशर के चलते दिल की बीमारियों, स्ट्रोक और किडनी फेलियर जैसी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं. लेकिन हैरानी की बात यह है कि कई लोग हाइपरटेंशन के ऐसे कारणों को नजरअंदाज कर देते हैं. तो चलिए जानते हैं उन 7 कारणों को जिन पर समय रहते ध्यान देना बेहद ज़रूरी है.

अधिक नमक का सेवन

अधिक नमक का सेवन ब्लड प्रेशर को बढ़ाने वाला सबसे बड़ा कारण है.ज्यादातर लोग हर दिन की डाइट में नमक की मात्रा पर ध्यान नहीं देते.प्रोसेस्ड फूड, पैकेज्ड स्नैक्स और बाहर का खाना नमक से भरपूर होता है, जो धीरे-धीरे आपकी रक्तवाहिका को नुकसान पहुंचाता है. ध्यान दें रोजाना 5 ग्राम से कम नमक का सेवन करें और प्राकृतिक मसालों का प्रयोग करे.

फिजिकल एक्टिविटी 

अभी समय बैठे-बैठे घंटों काम करना, वर्कआउट न करना और फिजिकल एक्टिविटी से दूरी बनाना हाइपरटेंशन का सबसे बड़ा कारण है, और यह हाइपरटेंशन का रास्ता खोल देता है. यह मोटापा, कोलेस्ट्रॉल और स्ट्रेस का भी सबसे बड़ा कारण है. आपको सलाह है कि हर दिन कम से कम 30 मिनट की वॉक या व्यायाम करें.

नींद की कमी

नींद की कमी या ठीक से नींद नहीं आना ब्लड प्रेशर को अनकंट्रोल कर सकती है.लगातार नींद पूरी न होने से शरीर में कोर्टिसोल बढ़ता है जो हार्ट पर बुरा असर डालता है.बता दे रोजाना 7–8 घंटे की गहरी नींद लेना जरूरी है.

धूम्रपान और शराब का सेवन

धूम्रपान और शराब का सेवन हमारे लीवर के लिए खराब होता है जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है.इसके अलावा यह दिल की बीमारियों का सीधा खतरा बढ़ाता है.इन आदतों को जल्द से जल्द छोड़ना ही सबसे सही रास्ता है.

मेंटल स्ट्रेस 

ज्यादा मेंटल स्ट्रेस लेने से हमारे हार्ट पर उसका बुरा असर पड़ता है, और इससे ब्लड सरकुलेशन अनकंट्रोल हो जाता है . बता दे जैसे की ऑफिस वर्कलोड, फैमिली की टेंशन और आर्थिक चिंताएं इसके सबसे बड़े कारण हो सकते हैं.इससे काम करने के लिए ध्यान, योग, संगीत और मेडिटेशन करना चाहिए,ऐसा करने से मेंटल स्ट्रेस से हमें राहत मिलता है . 

कैफीन का अधिक सेवन

लोग अक्सर काम करते समय चाय, कॉफी या एनर्जी ड्रिंक्स पीना पसंद करते हैं, लेकिन इनमें मौजूद कैफीन ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है. अगर आपको भी ये आदतें है ,तो इस काम करने की कोशिश करें नहीं तो यह हाइपरटेंशन की वजह बन सकती हैं. दिन में दो कप से ज्यादा चाय कॉफी पीने से बच्चे.

रेगुलर चेकअप 

हम में से कई लोग यह सोच कर चलते हैं कि जब तक कोई लक्षण न दिखें, तब तक हमारा स्वास्थ्य ठीक है . लेकिन हाइपरटेंशन एक साइलेंट किलर है जिसके लक्षण अक्सर तब सामने आते हैं जब नुकसान हो चुका होता है. इसलिए 30 वर्ष की उम्र के बाद हर 6 महीने में ब्लड प्रेशर की जांच जरूर करवाएं.

हाइपरटेंशन से बचाना और उसे काम करना पूरी तरह से आपके हाथ में है. अगर आप खुद पर ध्यान दें और ऊपर दिए गए बातों को ध्यान में रखें तो आप हाइपरटेंशन से बच सकते हैं .अगर आप भी ऊपर बताए गए किसी कारण को नजरअंदाज कर रहे हैं, तो अब समय है संभल जाने का. क्योंकि जब बात दिल की हो तो लापरवाही नहीं, समझदारी और सावधानी ज़रूरी है.