जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) शहर में एक बार फिर एटीएम में छेड़छाड़ करने वाले गिरोह एक्टिव हो गए हैं. शहर भर के थानों में छेड़छाड़ के 6 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. पुलिस ने जब इन एटीएम की जांच की तो पाया कि एटीएम मशीन एक बाइक की चाबी से ही खुल रही हैं, जिसका फायदा उठाकर साइबर ठग एटीएम मशीन में छेड़छाड़ कर आम जन को अपना निशाना बना रहे हैं.

सीएच एरिया पेट्रोल पंप पर ऐसे हुई ठगी

बीते दिनों ही ऐसा एक मामला बिष्टुपुर थाना क्षेत्र के सीएच एरिया पेट्रोल पंप में लगे एसबीआई के एटीएम से सामने आया था. यहां एक व्यक्ति के द्वारा एटीएम मशीन में कार्ड डाला गया पर एटीएम कार्ड मशीन के अंदर गिर गया. बाद में बाहर खड़े एक व्यक्ति ने उनसे कहा कि वो अपना पासवर्ड डाले जिससे कि कार्ड बाहर आ जाए. झांसे में आकर पीड़ित ने अपना पिन कोड भी डाला जिसे बाहरी व्यक्ति ने देख लिया. पीड़ित के जाने के बाद उसने मशीन को खोला और एटीएम कार्ड निकालकर कई जगहों में इस्तेमाल कर लाखों रुपए की निकासी कर ली थी. ऐसा ही मामला मानगो जवाहरनगर, परसूडीह के करणडीह चौक, साकची शीतला मंदिर के पास स्थित एटीएम और सिदगोड़ा मेन रोड स्थित एक एटीएम से सामने हो चुका है.

ऐसे करते हैं मशीन में छेड़छाड़

जानकारी देते हुए सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट ने बताया कि जब पीड़ित द्वारा शिकायत कि गई तो पुलिस ने एटीएम की जांच की. जांच में पाया गया कि एटीएम मशीन किसी भी चाबी से खुल जाता है. यह भी पाया गया कि पहले अपराधी द्वारा एटीएम मशीन को खोलकर अंदर लगे कार्ड रीडर को खोल दिया जाता है. फिर ठग बाहर खड़े होकर किसी के आने का इंतजार करता है. जैसे ही कोई व्यक्ति अपना एटीएम कार्ड मशीन में डालता है उसका एटीएम कार्ड मशीन के अंदर गिर जाता है. इसी का फायदा उठाते हुए बाहर खड़ा अपराधी संबंधित व्यक्ति से मदद के बहाने एटीएम का पिन ले लेता है और इसकी शिकायत बैंक में करने की बात कहता है. व्यक्ति के जाते ही अपराधी मशीन खोलकर अंदर से एटीएम कार्ड निकालकर उसका इस्तेमाल कर लेता है.

पहले स्किमर में करते थे छेड़छाड़ 

पूर्व में साइबर अपराधी एटीएम के कार्ड रीडर के पास स्किमर लगाकर ग्राहक के एटीएम की जानकारी हासिल कर लेते थे. बाद में इस समस्या से निपटने के लिए बैंकों ने चिप वाले एटीएम कार्ड को चलन में लाया जिससे काफी हद तक स्किमर फ्रॉड में कमी देखी गई. पर साइबर अपराधियों ने एक कदम आगे बढ़ते हुए इसका भी हल ढूंढ निकाला और एटीएम में ही छेड़छाड़ करने लगे.

लगेंगे सेक्योरिटी डिवाइस

पुलिस ने बीते दिनों ही बैंक अधिकारियों के साथ एक बैठक भी की थी जिसमें यह निर्णय लिया गया था कि बैंक अपने सभी एटीएम का ऑडिट करवाएगा और जिस एटीएम में भी कुछ गलतियां पाई जाए उसे दुरुस्त किया जाएगा. बैंक द्वारा सभी एटीएम की जांच की जा रही है जिसके बाद एटीएम में एक सेक्योरिटी डिवाइस भी लगाने की योजना है. अगर कोई भी एटीएम मशीन में छेड़छाड़ करता है तो इसकी सूचना बैंक अधिकारी और नजदीकी थाने में चली जाएगी.

क्या कहते हैं सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट

इस मामले को लेकर  सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट ने बताया कि फिलहाल ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं जिसमें एटीएम में छेड़छाड़ की बात सामने आई है. उन्होंने मामले की जांच शुरू करवा दी है. सिटी एसपी ने बताया कि बैंकों द्वारा अक्सर कहा जाता है कि वह बैंक से जुड़ी जानकारी किसी बाहरी व्यक्ति को ना दें. ऐसे में लोग गलती कर बैठते हैं और बाहरी व्यक्ति को जानकारी दे देते हैं. अगर इस तरह की समस्या होती है तो एटीएम के गार्ड से मदद मांगे और किसी बाहरी व्यक्ति को एटीएम में घुसने से रोके. उन्होंने बताया कि इसके अलावा लोग किसी भी समस्या की शिकायत के लिए गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर सर्च करते हैं जो कि गलत है. लोग गूगल पर नंबर सर्च करने की जगह संबंधित बैंक या संस्था की अधिकृत वेबसाइट पर जाकर नंबर सर्च करें.

अपराधियों का नया ट्रेंड

 शहर में लगभग 530 अलग-अलग बैंकों के एटीएम हैं. कई एटीएम में सुरक्षा गार्ड नहीं हैं, तो कई एटीएम में सीसीटीवी नहीं लगाए गए हैं. इसका फायदा साइबर अपराधी आसानी से उठाते हैं. वहीं बाइक की चाबी से एटीएम को छेड़छाड़ कर लोगों के पीएम को फंसा लेना साइबर अपराधियों का नया ट्रेंड बन गया है. इससे अब शहर के लोग एटीएम का प्रयोग करने में कतरा रहे हैं. लोगों का कहना है कि एटीएम में जाओ तो कोई सुरक्षा गार्ड नहीं रहता. एटीएम से पैसे निकालने पर पीछे से लोग आपके सामने खड़े हो जाते हैं. इन सब को लेकर बैंक प्रबंधन को कुछ सख्ती बरतने की जरूरत है, एटीएम का प्रयोग करने में अब डर लगता है.

रिपोर्ट : रंजीत ओझा, जमशेदपुर