टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : दिवाली का आगाज़ हो चुका है. इस त्योहार की तैयारियों में लोग न जाने कितने समय पहले से ही जुट जाते हैं. घर को सजाने के लिए किसी के दिमाग में ट्रेडिशनल आईडिया होता है, तो वहीं कुछ लोग हर बार से अलग कुछ नया और अनोखा ट्राइ करना चाहता है. ये सब करने से पहले आपके दिमाग में पहले तो अपने रिक्वायरमेंट्स क्लियर होने चाहिए. उसके बाद इसका ध्यान ज़रूर रखना चाहिए कि आपके घर में रखे जाने वाली चीज़ आपको किस तरह का एनर्जी देगी. हम सभी को पता है कि हमारे आसपास की कुछ चीज़ें हमें या तो पॉजिटिव एनर्जी देती है, या फिट निगेटिव एनर्जी, जिसे हम नकारात्मक भाव के नाम से भी जानते हैं . तो चलिए आपको इस आर्टिकल में बताते हैं कि इस दिवाली आप घर को किस तरह से सजाये कि हमेशा आपके घर में सकारात्मक माहौल बना रहे. 

स्पेस को ध्यान में रखते हुए सेलेक्ट करें फर्नीचर 

क्या घर में चलते हुए आपके पैर किसी फर्नीचर से टकरा जाते हैं, जिससे आपको चिड़चिड़ापन महसूस होता है. या फिर आपको ऐसा लगता हो कि घर में चलने की जगह ही नहीं बची है. तो ऐसे में आपको घर के फर्नीचर बदलने की ज़रूरत है. घर के ड्राइंग रूम में फर्नीचर आपके रूम को ओवरपॉवर न करें, इसके लिए हमेशा रूम के साइज के हिसाब से ही फर्नीचर सेलेक्ट करना चाहिए. कम  जगह को थोड़ा खुला रखें, ताकि आने-जाने में दिक्कत न हो. ऐसा करने से जगह की साफ़-सफाई अच्छे से हो पाएगी और चोट लगने के डर से भी छुटकारा मिलेगा. बात फर्नीचर के रंग-रोगन की करें तो नेचुरल शेड को ही चुनें. इस तरह के फर्नीचर आपके ड्राइंग रूम के वातावरण को खुशनुमा बनाने में मदद करते हैं, जिससे आप और आपके मेहमान बेहतर महसूस करते हैं. 

मूड और टेम्परामेंट को इफ़ेक्ट करता है दीवारों का रंग  

ड्राइंग रूम

घर का सबसे अहम हिस्सा होता है ड्राइंग रूम. आमतौर पर आपके गेस्ट यहीं आकर बैठते हैं. इसलिए इस जगह के दीवारों के लिए एक सामान्य और बेसिक कलर का इस्तेमाल करना चाहिए, जो आपके साथ-साथ आपके गेस्ट को सुकून देगा.  

बेड रूम 

ड्राइंग रूम के बाद आपके बैडरूम की बारी !  बेड रूम में भूल कर भी गहरे लाल या भड़कीले रंग का  इस्तेमाल न करें. ये आपके तनाव को और बढ़ा सकता है. बल्कि यहां के लिए सॉफ्ट और डिसेंट कलर का सिलेक्शन करें. ये आपको रिलैक्सेशन और अच्छी नींद आने में मदद करेगा.

किड्स बेडरूम 

बात अगर बच्चों के कमरे की करें तो पेल पिंक, बेबी ब्लू या फिर पीले रंग के सॉफ्ट टोन्स बच्चों के कमरे के लिए सबसे मशहूर रंग हैं. चूंकि ये सुखदायक रंग हैं, इसलिए आपके बच्चे पर इनका शांत प्रभाव पड़ेगा. 

किचन 

किचन के लिए वाइट, ग्रे, यलो और ग्रीन कलर्स बेस्ट होते हैं. ये रंग किचन को और चमकीला बनाएंगे. गर्म रंग भूख को उत्तेजित करते हैं. इसलिए आप नारंगी या हॉट चिली रंग किचन में लगा सकते हैं.

बाथरूम 

बाथरूम में आमतौर पर ठंडे रंग जैसे ब्लू, ग्रीन या क्रीमी वाइट का उपयोग किया जाता है. इससे बाथरूम काफी हद तक खुला-खुला और कूलिंग लगता है. 

पूजा घर 

घर में आस्था की जगह की बात करें तो यहां के लिए आप डबल शेड का इस्तमाल कर सकते हैं. जिसमें लाल-पीला, लैवेंडर या पिंक सही रहेगा.    

घर में आती रहे प्राकृतिक रौशनी 

प्रकाश कमरे के रूप को बना भी सकता है, और बिगाड़ भी सकता है. अगर आप कमरे और घर में शांति चाहते हैं तो अपने घर में प्राकृतिक रोशनी को आने दें. क्लीनिकल अध्ययनों की मानें तो घर में प्राकृतिक रोशनी का आना मन की सेहत के लिए अच्छा होता है.

प्लांट्स कम करेगा मानसिक तनाव 

अव्यवस्थित यानी बिखरी हुई चीज है शरीर में कोटि सोल हार्मोन के स्तर को बढ़ा देती है. जिसके कारण तनाव और अवसाद होती है. यही नहीं इसकी वजह से हम ज्यादा गलतियां भी करते हैं. अगर आप इस जगह को डीटॉक्सिफाई करना चाहते हैं तो हरियाली आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. ताजी हवा के लिए सोफा या किसी कोने में बड़े-बड़े इंडोरपौधे रखे जा सकते हैं. पौधों से इस जगह की खूबसूरती ही नहीं बढ़ेगी बल्कि इससे आपको सुकून का एहसास भी होगा. शोध भी मानते हैं आसपास हरियाली का होना एकाग्रता और तनाव को कम करने में मददगार हो सकता है.