टीएनपी डेस्क(TNP DESK): अवैध खनन मामले में ईडी लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में बीते कल ईडी की पांच सदस्यीय टीम साहिबगंज पहुंची थी और दाहू यादव के ठिकाने स्वीटी पैलेस पर छापेमारी की थी. इस दौरान तीन मंजिला इमारत के चप्पे-चप्पे की चेकिंग की गई थी. हांलाकि, ईडी को वहां से खाली हाथ लौटना पड़ा था. जिसके बाद ईडी के अधिकारी सीधे साहिबगंज व्यवहार न्यायालय पहुंचे और केस के गवाह विजय हांसदा से पूछताछ के लिए सीजेएम कोर्ट में अर्जी दाखिल की. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने आवेदन को स्वीकार कर लिया और विजय का स्टेटमेंट रिकार्ड करने की अनुमति दी.
आज होगा विजय का स्टेटमेंट रिकार्ड
बता दें कि ईडी के अधिकारी आज जेल में बंद विजय हांसदा का स्टेटमेंट रिकार्ड करेगी. आज के स्टेटमेंट रिकार्ड के बाद हो सकता है कि ईडी साहिबगंज के कई बड़े अधिकारियों को पूछताछ के लिए समन कर सकती है. इसके अलावा दुमका डीआईडी सुदर्शन मंडल को भी समन जारी किया जा सकता है. दरअसल, दुमका डीआईजी ने ही पीसी कर जानकारी दी थी विजय हांसदा केस वापस लेना चाहता है. हालांकि, बाद में विजय ने कहा कि उनसे पुलिस ने जबरदस्ती सादे पेपर में साइन कराया था और वो केस लड़ना चाहते हैं. आपको यह भी बता दें कि विजय ईडी का गवाह है.
केस वापस लेने के पीछे का राज खुल सकता है आज
बता दें कि ईडी की पूछताछ में आज कई राज खुल सकते हैं. दरअसल, ईडी सबसे पहले ये पता लगाने की कोशिश करेगी कि किसके कहने या जबरदस्ती पर विजय ने सादे पेपर पर साइन किया था. वहीं, केस वापस लेने के लिए किस-किस ने दबाव डाला था? इसमें पुलिस प्रशासन या कोई अधिकारी भी शामिल थे क्या? इस तरह के तमाम सवाल ईडी विजय से कर सकती है.
अधिकारियों की बढ़ सकती है मुश्किलें
बता दें कि जिस तरह से डीआईजी ने पीसी कर पंकज मिश्रा को क्लीन चिट दिया था, उसके बाद से ही पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे थे. ऐसे में अब विजय का स्टेटमेंट रिकार्ड करने के बाद ईडी डीआईजी को भी समन जारी कर सकती है. ईडी उनसे भी कड़े सवाल करेगी. आखिर पंकज मिश्रा को क्लीन चिट देने में प्रशासन ने इतनी जल्दी क्यों की? इसी तरह के तमाम सवालों का सामना अधिकारी को करना पड़ सकता है.
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