टीएनपी डेस्क(TNP DESK):

दुख से दूर पहुचकर गाधी।
सुख से मौन खड़े हो
मरते-खपते इंसानों के
इस भारत में तुम्हीं बड़े हो ||

जब केदारनाथ अग्रवाल ने ये पंक्तियां लिखी होंगी, तो उस समय उन्होंने ये नहीं सोचा होगा कि कभी गांधी पर भी सवाल खड़े होंगे. उनके सिद्धांतों पर लोग उंगलियां उठायेंगे. लेकिन इन पंक्तियों की आखिरी लाइन आज भी उतनी ही सटीक बैठती है, जितनी पहले बैठती थी. “इस भारत में तुम्हीं बड़े हो”. क्योंकि चाहे गांधी पर कितने ही वार और प्रहार किए जाएं, सत्य तो ये है कि गांधी तब भी बड़े थे, आज भी बड़े हैं. कोई कितना भी सवाल उठा लें मगर, देश से लेकर दुनिया के लोग गांधी विचारधारा से प्रेरित हैं. सत्य, अहिंसा और प्रेम महात्मा गांधी के तीन ऐसे हथियार थे, जिसके दम पर उन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी. स्वाधीनता संग्राम में बहुत से ऐसे सेनानी हैं जिनकी कुर्बानी के कारण देश आजाद हुआ. महात्मा गांधी इसमें अकेले शामिल नहीं थे. लेकिन, लोगों को जोड़ने और एकजुट करने का जो काम गांधी ने किया, वह कोई ना कर सका. लोग सिर्फ गांधी को देखने के लिए पहुंच जाते थे. अंग्रेजी सरकार इसी से थर्रा उठती थी.

हर कोई कर रहा गांधी को याद

आज महात्मा गांधी की 152वीं जयंती है. आज देश की राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से लेकर हर छोटे से बड़ा नेता महात्मा गांधी को याद कर रहा है, उनके विचारों को याद कर रहा है, उनके सिद्धांतों को याद कर रहा है. गांधी जयंती को स्वच्छता दिवस के रूप में भी मनाया जा रहा है. इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि “गांधी जी की याद से जुड़े किसी भी स्मारक-स्थल पर जाना एक तीर्थयात्रा जैसा होता है. गांधी जी के विचार शाश्वत हैं. सत्य और अहिंसा की तरह, स्वच्छता पर भी उनका आग्रह था. गांधी जी जन्मदिन को ‘स्वच्छ भारत दिवस’ के रूप में मनाना उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है.

प्रधानमंत्री ने दी श्रद्धांजली

प्रधानमंत्री मोदी ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी और कहा कि “GandhiJayanti पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि. यह गांधी जयंती और भी खास है क्योंकि भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. हम हमेशा बापू के आदर्शों पर खरे उतरें. मैं आप सभी से गांधी जी को श्रद्धांजलि के रूप में खादी और हस्तशिल्प उत्पाद खरीदने का भी आग्रह करता हूं.” इसके साथ ही झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस और सीएम हेमंत सोरेन ने भी महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर बापू को श्रद्धांजलि दी.