टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम तीन बार की स्वर्ण पदक विजेता आस्ट्रेलिया की टीम को हराकर सेमीफाइनल में पहुंच गई। जिससे हॉकी खिलाड़ियों और खेलप्रेमियों में खुशी का माहौल है। भारतीय पुरुष टीम एक दिन पहले ही ग्रेट-ब्रिटेन को हराकर सेमीफाइनल में पहुंची थी लेकिन उसे मंगलवार को हार का सामना करना पड़ गया। लेकिन हॉकी खिलाड़ियों और खेलप्रेमियों को ओलिंपिक में महिला और पुरूष दोनों टीम से पदक जीतने की उम्मीद बरकरार है। पुरुष टीम चार दशक बाद और महिला टीम पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची है।महिला टीम ने ओलिंपिक में अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है। युवा खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन कर टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाया है।जिससे अब लोगो की उम्मीदें महिला टीम से और बढ़ गयी है।बता दे की टोक्यो ओलंपिक के मेंस हॉकी इवेंट का पहला सेमीफाइनल मुकाबला भारत और बेल्जियम के बीच खेला गया। दोनों टीमों के बीच काफी कड़ा मुकाबला देखने को मिला। तीसरे क्वार्टर तक स्कोर 2-2 की बराबरी पर था, लेकिन चौथे क्वार्टर में बेल्जियम ने जबरदस्त पलटवार किया और भारत पर 5-2 से जीत दर्ज की , दूसरा सेमीफाइनल ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी के बीच खेला जाना है। जो टीम जीतेगी वह बेल्जियम के साथ फाइनल मैच में खेलेगी और जो टीम हारेगी वह भारत के साथ ब्रोन्ज मेडल के लिए खेलेगी।जिसके बाद पूरे देश के लोगो की उम्मीद भारतीय महिला और पुरूष हॉकी टीम से है ,जिसमें  देशवासियों की शुभकामनाएं खिलाड़ियों के साथ हैं।