टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : वर्ल्डकप के इतिहास में पहली बार पाकिस्तान के हाथों भारत को हार मिली है. वो भी हार ऐसी जो भुलाये नहीं भूली जा सकती. बीते दिन खेले गए मुकाबले में पाकिस्तान ने भारत को 10 विकेट से करारी शिकस्त दी. टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला पाकिस्तान के लिए सही साबित हुआ. तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी ने अपनी पहली ही गेंद पर रोहित शर्मा को पवेलियन चलता कर दिया. इसके बाद तो भारत के विकटों के गिरने का सिलसिला थमा ही नहीं. एक ओर विराट कोहली क्रीज पर डटें रहे और दूसरी ओर बल्लेबाज आते गए और वापस जाते रहे. भारत की ओर से कप्तान विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 57 रनों की पारी खेली. वहीं ऋषभ पंत ने 39 रन बनाए. पाकिस्तान की ओर से शाहीन अफरीदी ने भारत के तीन महत्वपूर्ण बल्लेबाज रोहित शर्मा, केएल राहुल और विराट कोहली को आउट किया. 152 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम ने बिना कोई विकेट खोए ही लक्ष्य हासिल कर लिया. कप्तान बाबर आजम ने नाबाद 68 तो मोहम्मद रिजवान ने नाबाद 79 रनों की पारी खेली. शानदार गेंदबाजी करने वाले शाहीन अफरीदी को “मैन ऑफ द मैच” चुना गया.

क्या रही भारत की हार की वजह

पाकिस्तान से मिली हार के बाद से भारतीय टीम को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. इस हार की सबसे बड़ी वजह भारत के सलामी बल्लेबाजों का ना चलने को माना जा रहा है. लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो इस हार की सिर्फ एक वजह नहीं है. सलामी बल्लेबाजों का ना चलना सबसे बड़ी वजह जरूर है लेकिन इसके अलावा भारतीय गेंदबाजी की नाकामी भी इस हार की बड़ी वजह है. पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज के सामने भारतीय गेंदबाज बिल्कुल ही लाचार दिखे. ऐसी लाचारी शायद ही कभी देखने को मिली है. इसके लिए पाकिस्तान के बल्लेबाजों की भी तारीफ करनी चाहिए कि उन्होंने बिल्कुल जिम्मेदारी के साथ बल्लेबाजी की और भारतीय गेंदबाजों को कोई मौका ही नहीं दिया. भारतीय टीम प्रबंधन की ओर हार्दिक पंड्या को टीम में खिलाने को भी एक गलत फैसला माना जा रहा है. उनकी जगह फॉर्म में चल रहे ईशान किशन को मौका मिलन चाहिए था.