धनबाद (DHANBAD) : नए साल के स्वागत के लिए क्वीन वैली ऑफ़ झारखण्ड यानि धनबाद का मैथन डैम तैयार है. झारखंड बंगाल की सीमा पर स्थित धनबाद का मैथन डैम अपनी खूबसूरत वादियां, ऊंचे पहाड़ के बीच सुंदर झील और पानी के बीच जंगल और चमचम टापू से पर्यटकों को अपनी ओर ख़ूब आकर्षित करता है. सूर्योदय व सूर्यास्त के समय इस डैम के नज़ारा अद्भुत होता है.  प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में सैलानी इसका दीदार करने आते हैं. दिसम्बर से लेकर मार्च माह में पर्यटकों की संख्या काफी रहती हैं. ख़ासतौर से जनवरी में नव वर्ष का पिकनिक जश्न मनाने के लिए सर्वाधिक पर्यटक यहां पहुंचते हैं.  मैथन में प्रकृति का अद्भुत नजारा डैम के आसपास देखने को मिलता है. डैम की यादों को लोग अपने कैमरे में कैद करते हैं. मैथन डैम का मनमोहक झील के बीच में बोटिंग, मनोहारी फूलों का बगान एवं मिलेनियम पार्क  लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. झारखंड और बंगाल के बॉर्डर पर मैथन डैम होने के कारण बंगाल से सर्वाधिक पर्यटक पहुंचते हैं. वैसे बिहार, ओड़िसा, यूपी और देश के कई राज्यों से भी सैलानी मैथन डैम में घूमने व पिकनिक मनाने पहुंचते हैं.                          

अंडरग्राउंड पावर स्टेशन दक्षिण पूर्व एशिया में अद्वितीय..

मैथन डैम देश की पनबिजली उत्पादन का प्रमुख  केंद्र माना जाता है. जो झारखंड के बराकर नदी के किनारे स्थित है.  1952 में देश के पहले प्रधानमंत्री प. जवाहरलाल नेहरू ने इसका उद्घाटन किया था. मैथन का अंडरग्राउंड पावर स्टेशन वाला बांध सिर्फ भारत ही नहीं पूरे दक्षिण पूर्व एशिया में अद्वितीय है. जिस जगह पर मैथन डैम बनाया गया है, वह 65 वर्ग किलोमीटर से अधिक फैला हुआ है.  मैथन डैम वर्ष 1948 में दामोदर घाटी निगम (डीवीसी ) द्वारा विकसित किया गया था. भूमिगत पावर स्टेशन  की लगभग 60,000 किलोवाट बिजली उत्पादन क्षमता है.

THE NEWS POST की खबर का असर

मैथन डैम  की बदहाली का खबर THE NEWS POST पर प्रकाशित किया गया था. इसके बाद जिला प्रशासन और DVC प्रबंधन हरकत में आया और युद्ध स्तर पर सैलानियों को सुविधा मुहैया कराने को लेकर सक्रिय हो गया. पिछले दो-तीन माह से डीवीसी द्वारा डैम की साफ-सफाई, रंग रोगन तथा फूलों की बागानों को अच्छी तरह से देख रेख की जा रही है. मैथन डैम में सबसे बड़ी समस्या शौचालय की थी जिसे तत्काल ठीक कर दिया गया है. यहां चार चलंत शौचालय स्थापित किया गया है. THE NEWS POST की खबर के बाद दामोदर वैली कारपोरेशन भी पर्यटकों को लुभाने के लिए कोई कसर छोड़ना नहीं चाहता है ताकि जो भी पर्यटक मैथन डैम आए वो आनंदित व रोमांचित हो कर लौटे.  इसकी यादों को हमेशा के लिए बसा लें

 प्रशासन भी मुस्तैद

 धनबाद जिला प्रशासन और  पुलिस प्रशासन पर नव वर्ष के मौके पर उमड़ने वाली भीड़ को संभालने की बड़ी जिम्मेवारी रहती है. ख़ासतौर से डैम के चारों दिशा में चप्पे-चप्पे प्रशासन मुस्तैद दिखता है. डैम के दो किलोमीटर पहले ही गाड़ियों को पार्क करने का आदेश दिया गया है. पिछले दिनों डीवीसी प्रशासनिक भवन में जिला प्रशासन की एक उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें कई निर्णय लिए गए.पर्यटक की संख्या को देखते हुए, डैम पर सभी बोट संचालकों को निर्देश दिया गया है कि क्षमता से अधिक पर्यटकों को ना बैठाए एवं बोट पर चढ़ने वाले सभी व्यक्तियों को लाइफ जैकेट अनिवार्य रूप से दिया जाये. . प्रशासन की ओर से डैम में हेल्प डेस्क भी बनाए गए हैं ताकि पर्यटकों का किसी प्रकार का असुविधा ना हो. डैम में शराब सेवन या ध्रूमपान  का सख्त मनाही है. छेड़छाड़ को रोकने के लिए धनबाद पुलिस की एंटी टीजिंग सेल सक्रिय रहेंगी.  जिसमें महिला पुरूष दोनों पुलिस जवान तैनात रहेंगे.  निरसा एसडीपीओ ने बताया की सैलानियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है.  इसलिए शराब का सेवन निषेध करने के साथ ही तेज ध्वनि में बजने वाली डीजे को भी मैथन डैम के पास प्रतिबंधित किया गया है.

रिपोर्ट : अभिषेक कुमार सिंह , ब्यूरो हेड धनबाद