टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : नक्सलियों को जड़ से खत्म करने के लिए सुरक्षाबलों की मुहीम जारी है. लगातार बड़े-बड़े नक्सली कमांडर और लीडर मारे जा रहे हैं. बीते दो दिनों पहले यानी की बुधवार (17 जून) को छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश की सीमा पर सुरक्षाबलों ने सेंट्रल कमेटी मेंबर गजरला रवि और अरुणा समेत 3 बड़े कैडरों को मार गिराया. इस मुठभेड़ में मारी गई. अरुणा नक्सली नेता जयराम रेड्डी उर्फ चलपति की पत्नी थी. इस के साथ ही वो स्पेशल जोनल कमेटी की भी सदस्य थी. अरुणा की एक सेल्फी के कारण जयराम रेड्डी उर्फ चलपति का जवानों ने एनकाउंटर किया था.
जयराम रेड्डी उर्फ चलपति हमेशा हर कदम पर सतर्क रहता था, लेकिन अपनी पत्नी के साथ ली गई उसकी एक सेल्फी ने सुरक्षा बलों को उस तक पहुंचा दिया. जनवरी 2025 में छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में जवानों और सुरक्षाकर्मियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में एक शीर्ष नक्सली नेता भी मारा गया था. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष सात सदस्यों में शामिल जयराम रेड्डी उर्फ चलपति का शव जवानों को मिला था.
जानिए एक सेल्फी के पीछे की पूरी कहानी
बता दें कि आंध्र-ओडिशा बॉर्डर स्पेशल जोनल कमेटी (AOBSZC) की 'डिप्टी कमांडर' अरुणा उर्फ चैतन्य वेंकट रवि की दोस्ती जयराम रेड्डी उर्फ चलपति से जंगलों में रहते हुए हुई थी. बाद में चलपति दोनों ने शादी कर ली. चलपति सुरक्षा एजेंसियों की पकड़ से बाहर था, लेकिन अरुणा के साथ ली गई सेल्फी से उसकी पहचान हो गई. उस पर एक करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया गया. बताते चलें कि दोनों की यह सेल्फी एक स्मार्टफोन में मिली थी, जो मई 2016 में आंध्र प्रदेश में माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ के बाद बरामद किया गया था.
जानिए कौन थी अरुणा
अरुणा अराकू विधायक किदारी सर्वेश्वर राव और पूर्व विधायक सिवेरी सोमा की हत्या में शामिल थी. माओवादियों ने 2018 में विशाखापत्तनम जिले में दो टीडीपी नेताओं की गोली मारकर हत्या कर दी थी. अरुणा विशाखापत्तनम जिले के पेंडुर्थी मंडल के करकावनिपालम की मूल निवासी थी और उसके सिर पर 25 लाख रुपये का इनाम था.
Recent Comments