टीएनपी डेस्क(TNP DESK): आजकल तकनीक इतनी ज्यादा डेवलप कर गई है कि हर छोटी बड़ी जानकारी के लिए लोग AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करते है. चाहे वह पढ़ाई से संबंधित हो नौकरी से संबंधित हो या स्वास्थ्य से संबंधित कोई समस्या हो. लोग AI के पास जाते हैं और सवाल पूछते है जिसके कुछ सेकन्ड के अंदर ही सारे सवालों के जवाब आपके सामने परोस दिया जाता है और आपको कोई भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है. इसकी वजह से लोगों को काफी ज्यादा सुविधा भी मिलती है लेकिन अगर इसका इस्तेमाल समझदारी और सुझ बुझ से ना किया जाए तो फिर आप मुसिबत में भी पड सकते है.

मज़ाक लोगों पर पड़ सकता है भारी

दरअसल कुछ लोग मजाक मस्ती के लिए वीडियो बनाते है रील बनाने के चक्कर में AI से ऐसे सवाल पूछते है जो उनके लिए मुसीबत खड़ी कर देती है.एक ऐसी ही गलती 13 साल के एक स्कूली बच्चे ने की और स्कूल में बैठे-बैठे उसने AI से कुछ ऐसे सवाल पूछ लिए जिसकी वजह से स्कूल से सीधे जेल जाना पड गया.अब बच्चे ने ऐसा क्या पूछा कि जेल जाना पड़ गया चलिए पूरी बात आपको बताते है.

बच्चों ने ऐसा क्या टाइप किया कि जेल जाना पड़ गया

दरसअल स्कूल में बैठे सातवीं के एक बच्चे ने ChatGPT पर टाइप किया कि मैं स्कूल के बीच में अपने दोस्त को कैसे मार सकता हूं. जैसे ही बच्चे ने फ़ोन में टाइप किया उसके स्कूल का डिजिटल मॉनिटरिंग एक्टिव हो गया. इस डिवाइस ने पुलिस और स्कूल प्रबंधन को इस बात की जानकारी दे दी. जिसके बाद प्रशासन और स्कूल प्रबंधन सक्रिय हो गया. और बच्चे को जेल की हवा खानी पड़ी.

बच्चों ने किया हैरान करने वाला खुलासा

बच्चे से जब पुलिस ने सवाल किया कि उसने ऐसा क्यों टाइप किया था तो बच्चे ने बताया कि उसका इरादा किसी को चोट पहुंचाना नहीं था बल्की वह अपने दोस्त के साथ मस्ती कर रहा था. वह बस यह देखना चाहता था कि AI की तरफ से कौन सा मजेदार जवाब मिलता है और फिर उसके बाद वह अपने दोस्त को चिढ़ा सकता है. बच्चे के जवाब के बाद भी पुलिस मामले को गंभीरता से लिया और कहा कि यह मामला गंभीर भी हो सकता है. यदि इस तरह के सवाल बच्चे टाइप कर रहे हैं तो फिर इसे गंभीर रूप से लेना चाहिए क्योंकि स्कूल में बहुत सारे बच्चे होते हैं और उनकी जान को खतरा हो सकता है.

बच्चे को भेजा गया बाल सुधार गृह

आपको बतायें कि बच्चे से पुछताछ करने के लिए पुलिस ने हीरासत में ले लिया और उसे बाल सुधार गृह भेजा गया है. पुलिस का कहना है कि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि बच्चे ने ऐसा सवाल टाइप क्यों किया. वहीं इस मामले के सामने आने के बाद लोग अब इसे काफी खतरनाक मान रहे है. उनका कहना है कि अगर तकनीक उपयोग समझदारी से ना किया जाए तो यह AI समाज के लिए काफी घातक भी साबित हो सकता है.

मामले के सामने आने के बाद छीड़ गई है बहस

वहीं स्कूल के शिक्षक और माता-पिता का कहना है कि बच्चों को अब स्कूल में शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी का कैसा इस्तमाल करना है इसकी भी जानकारी दी जानी चाहिए. वरना ये समाज के लिए काफी ख़तरनाक साबित होगा और बच्चों को इस बात की जानकारी भी नहीं होगी कि उन्हें क्या टाइप करना चाहिए और क्या नहीं. आपको बतायें कि ये पूरा मामला अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य का है. जिसने विश्व के लोगों को हिला दिया है कि AI का गलत इस्तमाल काफी महंगा पड़ सकता है.

क्या होता है डिजिटल मॉनिटरिंग

अब चलिए आपको बता देते हैं डिजिटल मॉनिटरिंग आखिर होता क्या है तो यह एक ऐसा डिवाइस होता है जो ऐसे संदेशों को पकड़ने के लिए लगाया गया है जो किसी तरह का खतरा पैदा कर सकते हैं या हिंसा से जुड़े हो.