धनबाद(DHANBAD) : स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (सेल ) में  बोनस को लेकर विवाद बढ़ सकता है.  प्रबंधन अपने स्तर से तय रकम   कर्मचारियों के खाते में भेज सकता है.  प्रबंधन 31,500 देने को तैयार था , लेकिन यूनियन₹32500 से कम पर समझौता को तैयार नहीं हुई.   इस वजह से शनिवार को दिल्ली में आयोजित एनजेसीएस  की बैठक बगैर किसी समझौते के खत्म हो गई.  सूत्रों के अनुसार प्रबंधन का अंतिम प्रस्ताव 31,5 00 का आया लेकिन यूनियन नेता 32,500 अड़े हुए थे.  सूत्र बताते हैं कि मैनेजमेंट का कहना था  कि फार्मूले के हिसाब से 29,5 00 होते है.  अब आगे प्रबंधन क्या करता है और यूनियन क्या करेगी, यह देखने वाली बात होगी.  सूत्रों के अनुसार बैठक में यूनियन 40, 500 से मांग शुरू की और घटकर 32,500 तक पहुंची.  

दूसरी ओर  प्रबंधन 29,500 से बढ़कर 31,500 तक पंहुचा.  सुबह से शुरू हुई बैठक रात तक चली, लेकिन जिच बनी रही.   इस वजह से दुर्गा पूजा में बोनस  भुगतान पर संशय उत्पन्न हो गया है.  कंपनी की ओर से उत्पादन के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी गई.  सेल अधिकारियों ने कहा कि बोनस फार्मूले के अनुसार कर्मियों को 29,500 और प्रशिक्षु को 23,600 बोनस बन रहा  है.  इस पर ही बात की जाए, यूनियन नेताओं ने पहले तो प्रबंधन की बातों को सुना और उसके बाद अपना  डिमांड रखा. बैठक में दोनों पक्षों के बीच राशि को लेकर देर तक जिच बनी रही. प्रबंधन की तरफ से कहा गया कि फॉर्मूला के आसपास ही रहेंगे. इससे ज्यादा पैसा देने की स्थिति नहीं है. 

यूनियन नेताओं ने इसका एक स्वर में विरोध किया. प्रबंधन पर दबाव बनाया. दोनों तरफ से तर्क के साथ बात हुई. अब संभावना जताई जा रही है कि प्रबंधन कर्मचारियों के एकाउंट में सीधे बोनस की राशि डाल देगा, जैसा पिछले दो साल से होता आ रहा है. मीटिंग में इंटक राष्ट्रीय अध्यक्ष जी. संजीवा रेड्डी, बोकारो इंटक महासचिव बीएन चौबे, एसडब्ल्यूएफआई के राष्ट्रीय महासचिव ललित मोहन मिश्र, विश्वरूप बनर्जी, एचएमएस के महासचिव राजेंद्र सिंह, सुकांतो रक्षित, बीएमएस के उद्योग प्रभारी डीके पांडेय, फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी रंजय कुमार, एटक केंद्रीय नेता विद्यासागर गिरी व महासचिव रामाश्रय प्रसाद सिंह उपस्थित रहे.

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो