रांची(RANCHI): झारखंड से छत्तीसगढ़ तक नक्सलियों के खिलाफ विशेष अभियान चल रहा है. इस अभियान में कई बड़े माओवादी ढेर हो गए. सेंट्रल कमिटी सदस्य को जवानों ने आमने सामने की लड़ाई में मार गिराया है. इस बीच ही बीजापुर से एक ऐसी खबर सामने आई की पूरा इलाका दहशत में आ गया. जब पेद्दाकोरम गाँव में नक्सलियों ने तीन लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी.साथ ही आधा दर्जन लोगों के साथ बेरहमी से पिटाई की है. जिससे सभी गंभीर रूप से घायल है. मरने वाले में एक छात्र भी शामिल है.
बड़े कैडर मारे गए जिसका बदला ले रहे माओवादी
अब जिस तरह से छत्तीसगढ़ में बीजापुर-बस्तर दंतेवाड़ा समेत सभी नक्सल इलाकों में जवान जंगल में डटे हुए है. इस अभियान में बसवा राजू से लेकर गजराला को जवानों ने ढेर किया है. तो कई माओवादियों ने सुरक्षा बलों की बढ़ती दबिश से हथियार डाल दिया है. बसवा राजू की भी एन्काउंटर उसके ही दस्ते के साथी के निशानदेही पर हुआ था. खुद इसका जिक्र माओवादियों ने अपने विज्ञप्ति में किया है. लेकिन एक बात और लिखी थी की इसका बदला लेंगे. जो भी गद्दार है उसे सबक सिखाएंगे.
तीन लोगों की हत्या
ऐसे में जब बीजापुर में माओवादियों की धमक देखी गई. और तीन लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई. पेद्दाकोरम गाँव में एक अलग सा सन्नाटा पसरा हुआ है.जिस घर में नक्सलियों ने धावा बोला वहाँ चीत्कार मचा पड़ा है. इसके अलावा सात लोगों की पिटाई भी की गई है. बताया जा रहा है कि घायल लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. साथ ही जिनकी हत्या की गई है. सभी के शव को बीजापुर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. बताया जा रहा है कि जिनकी हत्या की गई है. सभी पूर्व माओवादी दिनेश मोडियम के रिश्तेदार है. नक्सलियों ने इनके रिश्तेदार को ही निशाना बनाया है.
नक्सलियों को मिलेगा इसका जवाब: आईजी
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि बीजापुर में नक्सलियों ने कायराना हरकत की है. पूर्व माओवादी दिनेश के रिश्तेदारों को निशाना बनाया है. उन्होंने बताया कि हाल में सुरक्षाबल के जवानों को बस्तर रेंज में बड़ी कामयाबी मिली है. सेंटर कमिटी से लेकर बड़े कैडर को मार गिराया है. जिससे बौखलाहट में अब इस तरह की हरकत नक्सली कर रहे है. निर्दोष आदिवासियों का कत्ल उन्हे महंगा पड़ेगा.
पूर्व माओवादी दिनेश के रिश्तेदार को बनाया निशाना
बता दे कि दिनेश पर सात लाख का इनाम सरकार ने घोषणा कर रखा था. एक कुख्यात माओवादी था. लेकिन जब पुलिसिया दबिश बढ़ी तो इसे लगा की अब जंगल में हथियार के बल पर नहीं टिक सकते है. जिसके बाद इसने आत्मसमर्पण कर दिया. लेकिन इसके दस्ते के अन्य साथियों को यह नागवार गुजरा और माओवादियों ने इसके परिवार को निशाना बनाया हैं.
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